खुदकुशी की वजह का खुलासा नहीं
दिल्ली पुलिस के एडिशनल डीसीपी से मिली जानकारी के मुताबिक मृतक किसान आंदोलन में भाग लेने के लिए महाराष्ट्र से किसान आया था। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस अब किसान के मौत की वजह तलाश रही है लेकिन मीडिया से कुछ भी कहने से इनकार कर रही है।
देशभर के किसानों ने शुक्रवार को किया आंदोलन
बता दें कि देशभर से हजारों किसानों ने शुक्रवार को फसलों के उचित दाम और कर्जमाफी की मांग को लेकर दिल्ली के रामलीला मैदान से संसद मार्ग तक मार्च निकाला। किसानों ने इसके साथ ही राजनीतिक पार्टियों को उनकी मांगों को नजरअंदाज नहीं करने की चेतावनी भी दी। किसानों की इस हक की लड़ाई में डॉक्टर, वकील, पूर्व सैनिक, पेशेवर और छात्रों सहित समाज के तमाम वर्गों के लोग भी शामिल हुए। बिहार बंगाल उत्तर प्रदेश, पंजाब, हिमाचल से लेकर महाराष्ट्र तमिलनाडु केरल और मिजोरम एवं असम समेत 27 राज्यों एवं केंद्र शासित क्षेत्र से आये ये गरीब किसान रामलीला मैदान से पैदल चलकर नारे लगते हुए संसद मार्ग पहुंचे।
किसान बोले- संसद का विशेष सत्र बुलाए सरकार
विपक्ष भी इस मौके को अपनी राजनीति साधने में पीछे नहीं रहना चाहता, लिहाजा देशभर के विपक्षी नेताओं ने समर्थन देने के साथ ही इस आंदोलन में शिरकत कर रहे हैं। मोदी सरकार पर किसानों के साथ वादा खिलाफी करने का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी को सत्ता से हटाने का आह्वान किया। किसानों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों पर बहस के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाए। किसानों के इस आंदोलन को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, एनसीपी प्रमुख शरद यादव, नेशनल कॉन्फ्रेंस अध्यक्ष फारुक अब्दुल्ला, सीपीएम सीताराम येचुरी समेत अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्ला, अखिल भारतीय किसान महासभा के नेता अतुल कुमार अनजान, स्वराज्य अभियान के नेता योगेन्द्र यादव, नर्मदा बचाओ आन्दोलन की नेता मेधा पाटेकर समेत कई प्रमुख नेताओं ने समर्थन दिया और शामिल भी हुए।