इस मामले में अदालत ने उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया। जबकि दिल्ली पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। इस बीच वह हरिद्वार में खुद को एक चैनल का मालिक बताकर लोगों से ठगी कर रहा था।
पुलिस के मुताबिक 22 दिसंबर को निरीक्षक चंद्रिका प्रसाद और अमूल्य त्यागी को सूचना मिली कि ठगी का आरोपी अभिषेक वशिष्ठ हरिद्वार में मौजूद है। स्पेशल सेल की टीम ने प्रेम आश्रम चौक के पास से उसे गिरफ्तार कर लिया।
युवती की ओर से की गई शिकायत के मुताबिक आरोपी मेट्रीमोनियल साइट के जरिये उसके परिवार के संपर्क में आया। साइट पर उसने खुद को अविवाहित और अक्षयदीप मीडिया हाउस का मालिक बताया था। उसने गुरुग्राम में एक अपार्टमेंट और 20 से 25 लाख की वार्षिक आमदनी की बात लिखी थी। यह सब देखकर दिल्ली के एक प्रतिष्ठित परिवार ने उससे संपर्क किया और मार्च 2018 में अपनी बेटी की शादी उससे करवा दी। दो सप्ताह तक पत्नी के साथ रहने के बाद आरोपी जेवरात और नकदी लेकर फरार हो गया।
आरोपी मेट्रोमोनियल साइट पर हाई क्लास प्रोफाइल बनाकर 21 युवतियों के साथ ठगी कर चुका है। चंडीगढ़ के सेक्टर-34 थाना पुलिस वर्ष 2016 में उसे ठगी के आरोप में गिरफ्तार चुकी है। आरोप है कि खुद को देेहरादून के इंडियन मीडिया ग्रुप का कर्मचारी बताकर जमीन सौदे में एक कारोबारी से ठगी की थी। उसके बाद वह मेट्रीमोनियल साइट पर अपना फर्जी प्रोफाइल डालकर ठगी की वारदात को अंजाम देने लगा। अपने प्रोफाइल में उसने खुद को अविवाहित बताया था।
अभिषेक वशिष्ठ मूलत: कुरुक्षेत्र हरियाणा का रहने वाला है। जन्म के बाद उसके माता-पिता अलग हो गए थे। दावा है कि उसने पत्राचार से कुरुक्षेत्र यूनीवर्सिटी से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर किया है और कई चैनलों में काम कर चुका है। वर्ष 2002 में उसने एक युवती से शादी की, लेकिन पिछले छह साल से वह पत्नी के साथ नहीं रह रहा है। कभी कभार वह उसके पास जाता है।