एसपी बोले- अस्पताल ले जाने के दौरान ही हुई मौत-
घटना की पुष्टि करते हुए सारण के एसपी गौरव मंगला ने बताया कि ग्रामीणों ने बुरी तरह से पिटाई के बाद एक शख्स को पुलिस के हवाले किया था। पुलिस उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जा रही थी। इसी दौरान बीच रास्ते में उसकी मौत हो गई। मामले में प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन की जा रही है। अभी तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जल्द ही अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बुरी तरह से पिटाई के बाद पुलिस को सौंपा था
घटना के संबंध में बताया गया कि नसीम कुरैशी नामक 56 वर्षीय मुस्लिम शख्स की बीफ ले जाने के शक में ग्रामीणों ने बुरी तरह से पिटाई की। पिटाई के बाद ग्रामीणों ने उसे पुलिस को सौंप दिया। पुलिस नसीम को लेकर अस्पताल जा ही रही थी कि बीच रास्ते में उसकी मौत हो गई। पुलिस ने यह भी बताया कि पीड़ित के पास से ‘बीफ’ अथवा कोई अन्य आपत्तिजनक सामान बरामद नहीं हुआ था।
भतीजे के साथ रिश्तेदार से मिलने जा रहे थे नसीम
बीफ ले जाने के शक में मॉब लिंचिंग की यह घटना सारण जिले के जोगिया गांव में बीते सोमवार को हुई थी। पीड़ित की मौत भी उसी रोज हो गई थी। लेकिन पुलिस केस नहीं होने के कारण मामला दबा रहा। बाद में पुलिस केस और तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद मामला खुलकर सामने आया है। बताया गया कि सारण जिले के रसुलपुर निवासी नसीम अपने भतीजे फिरोज के साथ अपने रिश्तेदार से मिलने जा रहे थे।
सरपंच सहित तीन आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
इसी दौरान जोगिया गांव में भीड़ ने उन्हें घेर लिया। और बीफ ले जाने के शक में उनके साथ मारपीट करने लगे। संयोग से फिरोज लोगों की भीड़ से निकलकर भाग निकला। लेकिन नसीम भीड़ के हत्थे चढ़ गए। लोगों ने उनकी बुरी तरह से पिटाई की और फिर पुलिस के हवाले कर दिया। जिसके बाद नसीम की मौत हो गई।
मामले में पुलिस ने पांच लोगों पर नामजद और अन्य अज्ञात पर केस दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें एक इलाके का सरपंच है। मॉब लिचिंग की इस घटना में गिरफ्तार लोगों की पहचान सुशील सिंह, रवि साह और उज्जवल शर्मा के रूप में हुई है। इसमें सुशील सिंह इलाके का सरपंच है।
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