ये घटना दो जनवरी की बताई जा रही है। जब कनकदुर्गा और बिंदू नाम की महिलाओं ने सबरीमला मंदिर में प्रवेश कर दर्शन किए थे। इसके बाद पूरे राज्य में जमकर बवाल हुआ था और मंदिर को शुद्धीकरण के लिए कुछ देर के लिए बंद किया गया था।
कड़े विरोध के चलते दर्शन करने के बाद से ही कनक दुर्गा को आशंका थी कि उन पर कभी भी हमला हो सकता है। यही वजह थी कि कनक अलग-अलग जगहों पर रह रही थीं। किसी तरह कनक दुर्गा जगह बदलते बदलते अपने घर पहुंची। लेकिन उन्हें क्या पता था कि घर पहुंचते ही उन पर हमला हो जाएगा। घर पहुंचने पर कनक की सास ने ही उन पर हमला बोल दिया। इस हमले में कनक दुर्गा को सिर पर चोट आई है जिसके चलते वह अस्पताल में भर्ती हैं। हालांकि चोट ज्यादा गंभीर नहीं है।
पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में हमला
मिली जानकारी के मुताबिक कनक दुर्गा पर घर में जिस वक्त हमला हुआ तब घर के बाहर आठ पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। लेकिन हमला घर के अंदर होने के चलते पुलिसकर्मियों के इसकी भनक नहीं लगी। आपको बता दें कि सबरीमला मंदिर में 10 से 50 वर्ष की उम्र की महिलाओं का प्रवेश प्रतिबंधित था जिसे सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में हटा दिया था।