scriptनवी मुंबईः हर महीने 2.50 लाख रुपए कमाता था कंपनी का वीपी, ड्रग्स-लाइफस्टाइल के चलते चेन स्नैचिंग में धरा गया | Mumbai: Ex VP of tech company arrested for robbery, snatching | Patrika News

नवी मुंबईः हर महीने 2.50 लाख रुपए कमाता था कंपनी का वीपी, ड्रग्स-लाइफस्टाइल के चलते चेन स्नैचिंग में धरा गया

locationनई दिल्लीPublished: Dec 18, 2018 07:30:06 pm

नवी मुंबई में पुलिस ने वाशी निवासी एक 35 वर्षीय युवक को कार चोरी और चेन स्नैचिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह युवक कुछ वर्ष पहले एक टेक्नोलॉजी कंपनी का वाइस प्रेसिडेंट था।

मुंबई। नवी मुंबई में पुलिस ने वाशी निवासी एक 35 वर्षीय युवक को कार चोरी और चेन स्नैचिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह युवक कुछ वर्ष पहले एक टेक्नोलॉजी कंपनी का वाइस प्रेसिडेंट था। पांच साल पहले पारिवारिक समस्याओं के चलते सुमित सेनगुप्ता नामक इस युवक को अपनी नौकरी छोड़नी पड़ी। उस वक्त सुमित की तनख्वाह 2.50 लाख रुपये प्रतिमाह थी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी विकास गायकवाड़ ने कहा, “2015 में सुमित सेन गुप्ता की पत्नी ने वाशी पुलिस स्टेशन में उसके खिलाफ अत्याचार करने का मुकदमा दर्ज कराया था। वह निजी कारणों के चलते तनाव-परेशानी में था। उसके पास कोई नौकरी नहीं थी, और उसे अपनी जमकर खर्च करने की आदत पूरी करने में तकलीफ हो रही थी। वह नशे का भी आदी है।”
पुलिस पूछताछ में सुमित सेनगुप्ता ने बताया कि उसने शहर के एक प्रमुख टेक्निकल इंस्टीट्यूट से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी। इंजीनियरिंग पूरी करने के बाद वो एक टेक्नोलॉजी कंपनी के पुणे ऑफिस में नौकरी कर रहा था।
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पुलिस अधिकारी के मुताबिक, “12 दिसंबर को वाशी में एक महिला की चेन लूटे जाने की घटना के 24 घंटे के भीतर हमनें सुमित सेनगुप्ता और उसके साथी नितिन अग्रवाल (25) को गिरफ्तार कर लिया। जब उन्होंने चेन छीनी तब दोनों एक चोरी की कार में थे। चेन छीनने के दौरान उन्होंने कार भगाने से पहले कई फीट तक महिला को घसीटा भी।”
जांच अधिकारी ने बताया, “हमारी टीम ने घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी फुटेज कैमरा की फुटेज निकालकर देखे तो सेनगुप्ता की एक साफ तस्वीर सामने आ गई। हमारे मुखबिरों के जरिये हमें पता चला कि सेनगुप्ता वाशी में रहता है और हमनें 13 दिसंबर को दोनों को गिरफ्तार कर लिया।”
सुमित सेनगुप्ता ने बीते 9 दिसंबर को ही वाशी स्थित फोर्टिस अस्पताल के बाहर से कार लूटी थी। उसने कार ड्राइवर को गोली मारने की धमकी दी थी। गायकवाड़ का कहना है, “वास्तव में उसके हाथ में पिस्तौल नहीं थी और उसने कार ड्राइवर के सिर के पीछे केवल एक मेटल रॉड लगाकर उसे डराया था। इसके तीन दिन बाद उसने इस वारदात को अंजाम दिया।”
इसके अलावा वर्ष 2017 में उसके खिलाफ वाशी पुलिस स्टेशन में एक मुकदमा दर्ज हुआ था। पुलिस अब इस जांच में जुटी है कि क्या इसके खिलाफ किसी अन्य थाने में भी मुकदमा दर्ज तो नहीं है।

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