एक रजिस्टर से कई खुलासे
अब जिला प्रशासन ने इस मामले खोजबीन के दौरान निर्मल ह्दय से एक रजिस्टर बरामद किया है। रजिस्टर में दर्ज जानकारी के मुताबिक मार्च 2016 से जून 2018 के बीच वहां 110 बच्चों का जन्म हुआ था, लेकिन सीडब्ल्यूसी को इनमें नवजातों में से केवल 52 बच्चों की ही जानकारी दी गई। इस तरह रिकॉर्ड के अनुसार 58 बच्चे गायब हैं। पुलिस इन बच्चों की तलाश मेें जुटी है और इसके चलते लगातार छापेमारी कर रही है।
सिस्टर कोनसिलिया के पास से 1.48 लाख रु. बरामद
पुलिस ने यहां से सिमडेगा की शैलजा तिर्की को बेची गई तीसरी बच्ची को कोतवाली पुलिस ने बरामद कर लिया है। फिलहाल सीडब्ल्यूसी ने बच्ची को करुणा आश्रम में सुरक्षित रखा है। पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि शैलजा ने अनिमा इंदवार को 50 हजार रुपए दिए थे। हालांकि, गिरफ्तारी के वक्त अनिमा व सिस्टर कोनसिलिया ने इस बात से इनकार किया था। लेकिन पुलिस को सिस्टर कोनसिलिया के पास से 1.48 लाख रु. भी बरामद हुए है।
श्मशान घाट के पास एक नवजात की लाश
घटना के पर्दाफाश होने के बाद पुलिस के साथ-साथ लोग भी बच्चों की तलाश में जुट रहे हैं। दूसरी ओर जिला प्रशासन ने भी बच्चों के खोजबीन की कार्रवाई शुरू करवा दी है। वहीं बुधवार को नामकुम के श्मशान घाट के पास भी एक नवजात की लाश मिली है, जिसे जिला प्रशासन कार्रवाई से जोड़कर देख रहा है। उनको अंदेशा है कि किसी ने पकड़े जाने के डर से मासूम बच्ची की जान ले ली।
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी का बयान
मामले में जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कंचन सिंह का बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि अगर बच्चों का सौदा फैमिलीवालों से हुआ होगा तो उन तक पहुंचने में अधिक परेशानी नहीं उठानी होगी। लेकिन ये उस हालत में खतरनाक है अगर बच्चा किसी फैमिली के पास नहीं है।