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हॉलीवुड स्टाइल में की चोरी
आपने हॉलीवुड फिल्मों में देखा होगा की दो लोग म्यूजिम घूमने आते हैं। इस दौरान उन्हें कोई सामान इतना पसंद आता है कि वे उसे पाने की चाहत करने लगते हैं। ठीक ऐसा ही कुछ हुआ हैदराबाद के निजाम संग्रहालय में। चोरी से पहले दोनों चोर घौसे पाशा और मोहम्मद मुबीन एक माह पहले ही म्यूजियम घूमने के लिए आए थे। दोनों की नजर निजाम के बेशकीमती सोने के कप और टिफिन बॉक्स पर पड़ी। फिर क्या था दोनों ने चोरी का प्लान बनाया और रातों-रात म्यूजिम में घुसकर निजाम के सोने का टिफिन और चाय का कप पार कर गए। बता दें कि उनकी नजर निजाम के पवित्र कुरआन पर भी थी, लेकिन जैसे ही वे कुरआन को उठाने लगे तभी अचानक अजान की आवाज आने लगी। अजान की आवाज सुनकर वे घबरा गए और सिर्फ सोने का टिफिन और चाय का कप लेकर ही वहां से भाग निकले।
कैसे लगा चोरों का पता
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ये जानकारी हाथ लगी है कि ये चोर वेंटिलेटर के रास्ते म्यूजियम में घुसे थे। इस दौरान उन्होंने टिफिन बॉक्स और बेशकीमती कप पर हाथ साफ किया। आपको बता दें कि दोनों वस्तुओं का इस्तेमाल हैदराबाद के अंतिम निजाम मीर उस्मान अली खान, असफ जाह सप्तम ने किया था।
कभी नहीं हुई राष्ट्रीय गणना
वर्ष 2011 में यूनेस्को ने अनुमान लगाया था कि 1989 तक भारत से लगभग 50,000 कलाकृतियां चोरी हुईं। बाद के दशकों में यह संख्या दोगुनी से तीन गुनी तक बढ़ गयी परंतु हमारे देश में इसकी कोई राष्ट्रीय गणना कभी नहीं हुई। यूनेस्को का कहना है कि सांस्कृतिक विरासत की तस्करी अब दुनिया में ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के बाद तीसरा सबसे बड़ा अपराध हो गयी है। ऐसा ही इन्टरपोल के महासचिव ने हाल ही में इस समस्या पर विचार करने के लिए बुलाई बैठक में कहा था।