साधक अस्पताल में भर्ती पुलिस के अनुसार सोमवार सुबह आश्रम के स्टोर में काम करने वाला सुदामा स्टोर में गया और काफी देर तक वह नहीं लौटा तो साथियों को शंका हुई। अंदर जाकर देखा तो सुदामा के शरीर पर कंबल पड़ा था। एक हाथ बाहर था, जो लहूलुहान था। हाथ, गले और गुप्तांग पर वार के निशान थे। उसे इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है। हालांकि उसे प्लास्टिक सर्जरी कर दी गई है।
15 सालों से आश्रम में रह रहा था साधक सूचना मिलने पर चांदखेडा पुलिस ने सूचना के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। प्रथम दृष्टया इस मामले में आत्महत्या की आशंका जताई जा रही है। पुलिस को साधक के होश में आने का इंतजार है, ताकि उसके साथ हुई घटना के संदर्भ में कारणों का पता चल सके। साधक करीब 15 से 16 सालों से आसाराम के आश्रम में सेवाएं दे रहा है। इससे पहले वह सूरत आश्रम में था।
साधक के होश में आने का इंतजार प्रारंभिक जांच के आधार पर अभी तक तो प्रथमदृष्टया पुलिस का कहना है कि साधक के खुद ही अपने हाथों से हाथ, गला व गुप्तांग को काट कर आत्महत्या की कोशिश की है। लेकिन अन्य कारण भी हो सकते हैं, जिसे देखते हुए साधक के होश में आने का इंतजार है।