मां की हर सांस को समझता था बेटा सात साल का प्रद्युम्न मां के हर अहसास को अपनी हर सांस के साथ समझता था। तभी तो उसने अपने हाथों से अपनी मां के लिए कोरे कागज पर इन अहसासों को उकेरा था । जरा सोचिए । इस खत को पढ़ कर उस मां पर क्या बीत रही होगी । जिसका दिल अब भी मानने को तैयार नहीं है कि उसका लाल अब इस दुनिया में नहीं है । अब चंद तस्वीरें और ये चिट्ठी उस बेबस मां के लिए अपने बेटे की यादों का आखिरी सहारा है । ये खत उस बेटे की आखिरी यादों का कभी न भूलने वाला जरिया है । जिसे नौ महीने अपनी कोख में पाला और जन्म देने के बाद बीते सात साल से उसकी हर मुस्कान पर ये मां अपनी जान निसार करती थी ।
पिछले साल लिखी थी चिट्ठी ये खत प्रद्युम्न ने पिछले साल तब लिखी थी, जब उसे ठीक से लिखना तक नहीं आता था । लेकिन इस चिट्ठी में बचपना और मासूमियत के साथ मां के लिए उसका प्यार साफ-साफ पढ़ा जा सकता है ।
बाथरूम में गला रेत कर हत्या गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में गुरुवार को दूसरी क्लास में पढऩे वाले प्रद्युम्न की निर्मम हत्या बस कंडक्टर ने कर दी। मामले की जांच चल रही है। वहीं इससे पहले केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि पीडि़त परिवार को इंसाफ मिलेगा। इधर रविवार को हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा पीडि़त परिवार से मुलाकात करेंगे। इससे पहले शिक्षा मंत्री ने कहा कि जांच में दोषी पाए जाने पर स्कूल की मान्यता भी रद्द की जा सकती है।