पठान ने स्टार स्पोर्ट्स प्रेस रूम शो के ‘टिकट टू वर्ल्ड कप’ एपिसोड में कहा, “जब चीका सर (कृष्णमाचारी श्रीकांत) चयनकर्ता थे, तब मैं भारतीय टीम का हिस्सा था। भारत के लिए खेलने के बावजूद मुझे चोटिल होने के कारण बाहर कर दिया गया। लेकिन, मुझे कोई शिकायत नहीं है। मेरे मन में उनके प्रति बहुत सम्मान है, लेकिन मैं कह रहा हूं उस समय स्थिति अलग थी। शायद कप्तान या चयन समिति की सोच भी अलग थी।”
2007 टी20 विश्व कप फाइनल में प्लेयर ऑफ द मैच रहे पठान ने कहा, “जब आप चयन समिति में होते हैं, तो आपको किसी खिलाड़ी के बारे में नहीं भूलना चाहिए। सिर्फ आईपीएल को चयन का आधार नहीं, बल्कि खिलाड़ी के पिछले प्रदर्शन को भी ध्यान में रखना होगा।”
अजीत अगरकर की अगुवाई वाली चयन समिति के सामने टी20 विश्व कप के लिए भारतीय टीम का चयन करना काफी मुश्किल काम है, क्योंकि जहां कुछ नए चेहरे आईपीएल 2024 में शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, वहीं कई ऐसे बड़े नाम भी है, जिनका प्रदर्शन अब तक टूर्नामेंट में ज्यादा अच्छा नहीं रहा है।
जब पठान से पूछा गया कि क्या टी20 विश्व कप के लिए युवा खिलाड़ियों को चुना जाना चाहिए, तो उन्होंने कहा कि युवा खिलाड़ी आ सकते हैं, लेकिन टूर्नामेंट वेस्टइंडीज और यूएसए की पिचों की धीमी परिस्थितियों में खेला जा रहा है, इसलिए अनुभवी खिलाड़ियों को चुना जाना महत्वपूर्ण है।
तो आप जो सवाल पूछ रहे हैं, वह यह है कि युवा खिलाड़ियों को चयनकर्ताओं द्वारा समर्थन दिया जा रहा है, खासकर आईपीएल के प्रदर्शन के बाद। चलिए, 2007 में वापस चलते हैं। यह एक मिथक है कि भारत ने एक युवा टीम के साथ विश्व कप जीता था। लेकिन ऐसा नहीं है, हमारे पास अनुभव था। हरभजन सिंह और वीरेंद्र सहवाग के पास छह साल का अनुभव था।
“मेरे पास चार साल का अनुभव था। महेंद्र सिंह धोनी के पास चार से पांच साल का अनुभव था, उन्होंने 2004 में डेब्यू किया था। टीम के लगभग 90 प्रतिशत खिलाडि़यों के पास तीन से छह साल का अनुभव था। फिर हम विश्व कप में गए और हमने ट्रॉफी जीती। बहुत से लोगों ने कहा कि हमने एक युवा टीम के साथ विश्व कप जीता। हां, उम्र के हिसाब से हम युवा थे, लेकिन जब दबाव की स्थिति आती है, तो आप हमेशा अनुभव पर भरोसा करते हैं।”
भारत अपने पुरुष टी20 विश्व कप अभियान की शुरुआत 5 जून को न्यूयॉर्क के नासाउ काउंटी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में आयरलैंड के खिलाफ करेगा। 2007 पुरुष टी20 विश्व कप विजेता भारत, पाकिस्तान, कनाडा और टूर्नामेंट के सह-मेजबान अमेरिका के साथ ग्रुप ए में है।