सिद्धारमैया पर कानूनी एक्शन की तैयारी, राष्ट्रीय महिला आयोग ने डीजीपी को लिखी चिट्ठी
क्या है मामला…
इस बारे में एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि 26 जनवरी के मौके पर नंद गांव के जिला परिषद स्कूल की कक्षा छह की बच्चियां देशभक्ति के एक गीत पर सांस्कृतिक प्रस्तुति दे रही थीं। सभी छात्राएं 11 से 12 साल की आयुवर्ग के बीच की थीं। तभी वहां तैनात वरिष्ठ बीट कॉन्स्टेबल प्रमोद वाके मंच पर चढ़े और नोटों को हवा में घुमाते हुए छात्राओं पर बरसाने लगे जिससे वहां बैठे दर्शक भी हैरान हो गए।
घटना का वीडियो वायरल
इस घटना को कई लोगों ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड किया, जिसके बाद वीडियो रविवार देर रात वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद छात्राओं के माता-पिता ने कथित तौर पर छात्राओं का अपमान करने वाले पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं, इस घटना की पुष्टि करते हुए नंद गांव के थानाध्यक्ष संतोष वैरागडे ने कहा कि कॉन्स्टेबल प्रमोद ने इस मामले में अपना स्पष्टीकरण दिया है।
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क्या कहा पुलिसकर्मी ने
पुलिसकर्मी ने खुद का बचाव करते हुए कहा कि वह भीड़ नियंत्रण के लिए वहां गए थे। इस बीच लड़कियों के प्रदर्शन से प्रभावित होकर कुछ लोगों ने नकदी एकत्र की और उनसे मंच पर जाने और अपनी ओर से छात्राओं को देने का अनुरोध किया। वहीं, संतोष वैरागडे ने कहा कि मंच पर कदम रखने के बाद कांस्टेबल ने ऐसी हरकत की जो आपत्तिजनक पाई गई हालांकि उनके शारीरिक हावभाव में अश्लीलता नहीं थी।’ उन्होंने कहा कि सार्वजनिक आक्रोश को देखते हुए प्रमोद वाके को उनकी बीट ड्यूटी से हटा दिया गया और पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) राकेश ओला को एक रिपोर्ट सौंपी गई जो मामले में अंतिम निर्णय लेंगे।