जम्मू कश्मीर: पाकिस्तान ने तोड़ा सीजफायर, 2 जवान सहित 3 की मौत, 5 नागरिक घायल बता दें कि अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के लिए काम कर चुके मेमन के खिलाफ चल रही मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच के सिलसिले में पटेल से शुक्रवार को ईडी ने घंटों तक बातचीत की थी।
अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक इडी इस मामले की जांच मिलेनियन डिवेलपर्स नाम की कंपनी, पटेल परिवार और मिर्ची के परिवार के बीच हुए कानूनी समझौतों को लेकर हो रही है। ईडी अब फारूक पटेल नाम के एक शख्स की तलाश में है जिसने पटेल और मिर्ची के बीच डीलिंग कराई।
जांच एजेंसियों को फारूक के बारे में जानकारी मिर्ची के रिश्तेदार मुख्तार पटका से पूछताछ के दौरान मिली। पटका भारत में मिर्ची के जमीन संबंधी मामले देखता था। पटेल ने ईडी के सामने फारूक को जानने की बात स्वीकार की थी।
महाराष्ट्र: चुनावी रैली में बेहोश होकर गिरीं बीजेपी नेता पंकजा मुंडे, खतरे से बाहर कपनी ने तैयार की 15 मंजिला इमारत इस मामले में जांच में जुटे अधिकारियों ने कहा है कि मिर्ची ने वर्ली में 1985 में जमीन के एक प्लॉट पर कब्जा कर लिया था। यह हिस्सा पटेल परिवार का था। मिर्ची ने वहां डिस्को शुरू कर दिया और यहां से ड्रग्स का व्यापार चलाता था। बाद में वह गिरफ्तारी से बचने के लिए विदेश भाग गया। 1999 में डिस्को बंद हो गया और मिलेनियम डिवेलपर्स ने मिर्ची की पत्नी हाजरा से पूरा प्लॉट डिवेलप करने की डील की।
कंपनी ने यहां सीजे हाउस नाम की 15 मंजिला इमारत खड़ी की और उसमें से दो फ्लोर हाजरा और उसके दो बेटों को दे दीं। मिर्ची की 2013 में लंदन में मौत हो गई।
बाहुबली मुख्तार अंसारी के दिल्ली आवास पर छापा, विदेशी हथियारों का जखीरा बरामद ईडी के अधिकारियों ने पटेल से मिलेनियम डिवेलपर्स के मिर्ची की पत्नी और बेटों से 5 करोड़ रुपए की लेन-देन के मामले में पूछताछ की है। पटेल ने उन्हें बताया कि यह रकम इमारत की मेंटेनेंस के लिए ली गई होगी। ईडी प्रफुल्ल पटेल और मिर्ची के बीच एक कॉमन फ्रेंड के जरिए फोन पर हुई बातचीत की जांच भी कर रही है।