पुलिस ने स्कूल के काउंसलर के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है क्योंकि उस पर आरोप है कि शिकायत मिलने के बावजूद वो बच्चे का सहयोग नहीं कर रहा था और उसे मुंह बंद रखने के लिए धमका रहा था। शुक्रवार को पीड़ित बच्चे के अभिभावकों ने जब स्कूल प्रिंसिपल और काउंसलर के खिलाफ स्थानीय थाने में मुकदमा दर्ज कराया, तब जाकर इस मामले का खुलासा हुआ।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सयाजी गवारे ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि पीड़ित छात्र नौवीं कक्षा में पढ़ता है। हालांकि यह घटना पहले की है जब वो आठवीं कक्षा का छात्र था। पुलिस आरोपी प्रिंसिपल और काउंसलर की तलाश कर रही है। बीते दो सप्ताह से आरोपी प्रिंसिपल स्कूल में आ नहीं रहा है। जबकि काउंसलर भी फरार है।
पीड़ित पक्ष की शिकायत में कहा गया है कि बीते 10 मार्च को आरोपी पादरी ने प्रिंसिपल चैंबर में बच्चे को गलत इरादे से छुआ था। जबकि इसके बाद 12 मार्च को स्कूल के स्टाफ रूम में उसे अश्लील वीडियो दिखाया। पीड़ित छात्र ने जब इसकी जानकारी स्कूल के काउंसलर को दी तो उसे चुप रहने की धमकी देने के साथ ही किसी से भी इस घटना का जिक्र करने पर स्कूल से निकालने की चेतावनी दी गई
जून में नए सत्र की शुरुआत होने पर जब बच्चे ने डर की वजह से स्कूल जाने से मना किया, तो घरवालों ने इसे बहाना समझा और उसे जबरन स्कूल भेजते रहे। करीब एक माह पहले बच्चे ने अपने अभिभावकों को प्रिंसिपल का पूरा काला चिट्ठा बताया, तब जाकर उन्हें अपनी गलती का अहसास हुआ।