राम रहीम को मिले सजा-ए-मौत: अंशुल छत्रपति
अंशुल छत्रपति ने कोर्ट के बाहर ही मीडिया से कहा कि इस तरह का व्यक्ति हमारे समाज में रहने लायक नहीं है। हमारी मांग है कि उसे (गुरमीत राम रहीम) मौत की सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि बीते 16-17 सालों से उम्मीद लगाए हैं कि हमे न्याय मिलेगा। हमें लंबे समय तक जूझने के बाद आज न्याय मिला है। अपनी बात कहते हुए अंशुल भावुक हो गए। उन्होंने आगे कहा कि हमें बहुत सारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है और बहुत कष्ट उठाने पड़े हैं, क्योंकि वह (गुरमीत राम रहीम) बहुत ज्यादा शक्तिशाली था। हम सीबीआई टीम का आभार जताते हैं कि उसने मामले की जांच की और हमारा समर्थन किया। इस व्यक्ति को मौत की सजा मिलनी चाहिए।
राम रहीम समेत 4 दोषी करार
शुक्रवार को हरियाणा के पंचकूला स्थित केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत ने सिरसा के ‘पूरा सच’ अखबार के पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्या के मामले में फैसला सुनाया। कोर्ट ने डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के अलावा तीन अन्य को भी मामले में दोषी करार दिया है। अदालत में मौजूद कृष्ण लाल, कुलदीप व निर्मल को पुलिस ने तत्काल हिरासत में ले लिया और तीनों को अंबाला जेल भेज दिया गया।
जस्टिस जगदीप सिंह ने ही फिर दी सजा
पंचकूला में सीबीआई अदालत के जस्टिस जगदीप सिंह ने इस फैसले की घोषणा की। डेरा प्रमुख अदालत के समक्ष रोहतक के निकट स्थित सुनारिया जेल से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए पेश हुए। सिंह ने ही 25 अगस्त, 2017 को दुष्कर्म के दो मामलों में गुरमीत राम रहीम को दोषी करार दिया था और राम रहीम को 20 साल के सश्रम कारावास की सजा सुनाई थी।
राज खुलाने पर बौखलाए राम रहीम ने करवाई थी हत्या
पत्रकार रामचंद्र छत्रपति को अक्टूबर 2002 में गोली मारी गई थी। छत्रपति की अस्पताल में कई दिनों तक जिंदगी के लिए जूझने के बाद नवंबर में मौत हो गई। राम रहीम का पूर्व ड्राइवर खट्टा सिंह ने पहले ही अदालत में बयान दे चुका था कि राम रहीम ने पत्रकार की हत्या करने का आदेश दिया था।