नई दिल्ली। दिल्ली में स्थित सऊदी अरब दूतावास के एक राजनयिक के खिलाफ दो महिलाओं के साथ रेप करने का आरोप लगा है। वहीं इस मामले में सऊदी अरब एंबेसी ने आरोपों को झूठा करार दिया है। इसके अलावा उसने भारत सरकार के पास विरोध भी दर्ज कराया है। सऊदी अरब एंबेसी ने पुलिस के कथित तौर पर राजनयिक के घर में घुसने को सभी डिप्लोमैटिक अधिकारों के खिलाफ बताया। साथ ही विदेश मंत्रालय से इसपर सफाई भी मांगी है।
गौरतलब है कि रेप पीडि़त दोनों महिलाएं नेपाल की रहने वाली हैं। यह जानकारी गुडग़ांव पुलिस ने मंगलवार को दी। इन महिलाओं का आरोप है कि राजनयिक ने महीनों तक गुडग़ांव के एक फ्लैट उन्हें बंधक बनाकर रखा। यहां पर कई बार उनके साथ रेप किया गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि महिलाओं को पहले सऊदी अरब के जेद्दाह ले जाया गया। वहां उनसे घर के काम करवाया जाता था और उनके साथ रेप भी किया गया।
अधिकारियों ने बताया कि भारत वापस लौटने पर उन्हें गुडग़ांव स्थित फ्लैट ले जाया गया जहां राजनयिक के रिश्तेदारों ने भी पीडि़त महिलाओं के साथ रेप किया। अधिकारी के मुताबिक, सऊदी दूतावास ने यह फ्लैट किराए पर ले रखा है।
गुडग़ांव के पुलिस कमिश्नर नवदीप सिंह विर्क ने बताया कि सोमवार को हमें नेपाल दूतावास का एक पत्र मिला था। पत्र में बताया गया था कि शहर के फ्लैट मे उसके दो नागरिकों को बंधक बनाकर रखा हुआ है।