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एक ‘नर पिशाच’ जिसने किए 931 कत्ल, जिस रास्ते से गुजरता था वहां नहीं मिलता था इंसानों का नामोनिशां!

Published: Nov 30, 2017 10:59:10 am

Submitted by:

राहुल

कहा जाता था कि जिस रास्ते से वह हैवान गुजरता था, वहां कोसों दूर इंसानों की छाप तक मिलना बंद हो जाती थी।

serial killer thag behram
मानवीय इतिहास में सीरियल किलिंग सीरियल किलर्स की घटनाएं काफी चर्चित और पुरानी हैं। आपने भी कई बार ऐसे सीरियल किलर्स के बारे में पढ़ा होगा जो अपने सनक के चलते लोगों का क़त्ल कर देते थे या कर देते हैं। आज जो हम आपको एक ऐसे ही सीरियल किलर के बारे में बता रहे हैं जिसके बारे में कहा जाता था कि जिस रास्ते से वह हैवान गुजरता था, वहां कोसों दूर इंसानों की छाप तक मिलना बंद हो जाती थी।
जी हां! हम बात कर रहे हैं भारत की आज़ादी से पहले चर्चित रहे सीरियल किलर ठग बेहराम की, जिसकी चर्चा आज तक की जाती है। भारतीय इतिहास में सबसे ज्यादा हत्याएं करने वाले ठग बेहराम ने साल 1790 से 1840 के बीच 931 हत्याएं की थीं।
serial killer thag behram
ठग बेहराम का जन्म 1765 में हुआ था। 25 वर्ष की आयु में पहला क़त्ल करने के बाद बेहराम ने 50 वर्षों के समय में पीले रुमाल के जरिए गला घोंटकर 931 लोगों की हत्या की थी। अंग्रेज अफसर कैप्टन विलियम स्लीमैन अथक प्रयासों के बाद उसे 75 वर्ष की उम्र में पकड़ लिया गया। 931 हत्याओं के जुर्म में 1840 में उसको फांसी की सजा दी गई।
कहा जाता है व्यापारियों, पर्यटकों, सैनिकों और तीर्थयात्रियों जब अपने काफिले के साथ कहीं यात्रा कर रहे होते थे तो रहस्यमय तरीके वो पूरे के पूरे काफिले गायब हो जाते था। पुलिस को भी इन लगातार गायब हो रहे लोगों की लाश तक नहीं मिलती थी। ऐसा नहीं है कि बेहराम इन हत्याओं को अकेले ही अंजाम देता था, दरअसल उसके पास करीब 200 लोगों का ग्रुप था जो एक साथ मिल कर इन घटनाओं को अंजाम देते थे।
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कैप्टन विलियम स्लीमैन IMAGE CREDIT:
बेरहाम ठग इन वारदातों को उस वक्त अंजाम देता था जब काफिले के लोग थकान की वजह से बीच रास्ते में पड़ाव डाल कर आराम किया करते थे, मौके का फायदा उठा कर बेहराम अपनी जेब से एक सिक्का निकालता और रुमाल में एक सिक्का डालकर गाँठ बनाता। रुमाल में सिक्के से गॉठ लगाने के बाद ठग एक-एककर काफिले के सोये हुए लोगों का गला घोंट मौत के घाट उतार देता था।
बता दें कि ठग बेहराम द्वारा की गईं ये हत्याएं ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में भी दर्ज हैं। जिसके अनुसार मौत की सजा पाने से पहले सन् 1790-1840 के बीच ठग बेहराम ने 931 हत्याएं की, जो कि एक विश्व रिकॉर्ड है।
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