सीनियर करते थे जूनियर का शोषण
इस गुरुकुल में 12वीं व 10वीं के छात्र छठी और सातवीं कक्षा के छात्रों से कुकर्म कर रहे थे। बच्चों के विरोध करने पर वे उन्हें मारते-पीटते थे और धमकी देकर डराते थे। बच्चों पर यह जुल्म एक साल से हो रहा था। मामले का पता चला रविवार को रक्षाबंधन के मौके पर परिजन के बच्चों से मिलने पहुंचने पर हुआ।
जब त्योहार के मौके पर परिजन अपने बच्चों से मिलकर वापस लौटने लगे तो बच्चे रोने लगे। परिजनों ने पूछा तो बच्चों ने रो-रोकर आपबीती सुनाई। इसके बाद परिजन सदर थाने में पहुंचे और स्कूल प्रबंधन व आरोपित बच्चों के खिलाफ केस दर्ज कराया।
पीडि़त बच्चों का मेडिकल टेस्ट कराया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि इसके बाद आरोपित सीनयिर छात्रों और गुरुकुल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के सामने अपने बच्चे को लेकर शिकायत देने पहुंचीं सोनीपत की महिला ने बताया कि बच्चे गुरुकुल में ही रहते हैं। रक्षाबंधन होने पर वह गुरुकुल में अपने बच्चे से मिलने के लिए पहुंची थी। बच्चे से मुलाकात करने के बाद जैसे ही वह बाहर निकलने लगीं तो बच्चा रोने लगा। उन्होंने बच्चे से रोने का कारण पूछा तो उसने पहले तो नहीं बताया।
जब यह पूछा कि क्या बड़े बच्चे परेशान करते हैं तो बच्चे ने सारी आपबीती सुनाई। उन्होंने बताया कि वह आनन फानन में वो प्रबंधन के पास पहुंची। आरोप है कि संस्थान प्रबंधन मामले को दबाने में जुट गया। परिजनों का आरोप है कि जब इस प्रकरण में शिकायत संस्थान के प्राचार्य से की गई तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद दूसरे बच्चों ने भी पूछने पर अपने परिजनों को आपबीती सुनाई। दूसरे बच्चों की आपबीती सुनने के बाद संस्थान से करीब छह बच्चों को लेकर उनके परिजन सदर थाना में पहुंचे और पुलिस को शिकायत दी।
परिजनों ने आरोप लगाया है कि गुरुकुल में यह मामला एक साल से दबाया जा रहा था। इस संबंध में बच्चों ने गुरुकुल में शिकायत भी की थी, लेकिन शिकायत करने पर उल्टा उन्हें धमकाया व पीटा गया। इससे बच्चे सहम गए और परिजनों को भी नहीं बताया। दूसरी ओर, प्रबंधन ने ऐसे आरोपों से साफ मना किया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।