स्मृति ईरानी ने चेंजिंग रूम में पकड़ा हिडन कैमरा, 4 को हिरासत में लिया
Published: Apr 03, 2015 11:53:00 pm
कैमरा चेंजिंग रूम की ओर मुंह करके इस तरह लगाया गया था कि नजर न आ सके
कंडोलिम। केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने गोवा के एक शहर के शोरूम के चेंजिंग रूम के अंदर कैमरा लगे होने की शिकायत की है। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। कैमरा फैब इंडिया के शोरूम के चेंजिंग रूम में मिला है। वहीं गोवा पुलिस ने शोरूम को सीज करते हुए, 4 लोगों को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।
ईरानी इन दिनों छुटि्टयां मनाने के लिए गोवा गई हुई हैं। यहां पर कंडोलिम शहर में वह फैब इंडिया के शोरूम में खरीदारी के लिए गई थी और चेंजिंग रूम के अंदर उन्हें छिपा हुआ कैमरा नजर आया। इसके बाद उन्होंने भाजपा के स्थानीय विधायक माइकल लोबो को बुलाया और लोबो ने एफआईआर दर्ज कराई।
पुलिस ने महिला की गरिमा से छेड़छाड़ का मामला दर्ज किया है और जांच शुरू कर दी है। इसके अलावा केन्द्रीय मंत्री ईरानी का बयान भी दर्ज किया गया है। जानकारी के अनुसार कैमरा चेंजिंग रूम की ओर मुंह करके इस तरह लगाया गया था कि नजर न आ सके।
पुलिस ने बताया कि उत्तरी जिले की पुलिस ने स्टोर की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित की है। यह स्टोर तटीय इलाके में स्थित है और इसमें सुरक्षा कैमरे को बहुत ही गलत स्थान पर लगाया गया था। पुलिस अधीक्षक (उत्तरी गोवा) उमेश गांवकर ने कहा कि मामले के संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 354 और 509 के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। गांवकर ने संवाददाताओं से कहा कि हमने स्टोर को सील कर दिया है। इस मामले की जांच जारी है।
पुलिस ने हिरासत में लिए गए लोगों की पहचान उजागर नहीं की है। हिरासत में लिए गए सभी लोग हालांकि फैबइंडिया के कर्मचारी हैं। फैबइंडिया कपड़ों के क्षेत्र में एक जाना-पहचाना नाम है। वहीं भारतीय जनता पार्टी के विधायक मिशेल लोबो ने कहा कि वह पुलिस के साथ मिलकर उस सीसीटीवी कैमरे की तीन महीनों की फुटेज की जांच कर रहे हैं। लोबो ने कहा कि कैमरा बहुत ही गलत जगह लगाया गया था, और पिछले तीन-चार महीनों की फुटेज मिली है।
कांग्रेस ने इस बीच दावा किया कि “चेंजिंग रूम कांड” गोवा का सबसे बड़ा राज है। खास तौर पर यह पर्यटन केंद्रित तटीय इलाकों में जारी है जहां पर हर साल लाखों पर्यटक आते हैं। कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गादास कामत ने कहा कि केवल यही बुटीक नहीं, इस तरह की सुविधाओं वाले सभी स्टोरों की जांच की जानी चाहिए। एक केंद्रीय मंत्री कम से कम अधिकारियों को सचेत कर सकता है, लेकिन ज्यादातर लोग ऎसा नहीं कर सकते।