पुलिस कर रही मामले की जांच
पुलिस को इसकी भनक तब लगी जब रामपुर, उत्तरप्रदेश ते नमकोली शहजादनगर निवासी बाबूराम कोतवाली थाने पहुंच कर सूचित किया कि उनके बड़े भाई प्यारेलाल परिवार के साथ जीतपुर नेगी नई बस्ती में रहते हैं।उसके बेटे मुन्नालाल और उसकी मां ने मिलकर प्यारेलाल की हत्या कर शव को घर में गाड़ दिया है। इस पर पुलिस ने मां-बेटे के विरूद्ध रविवार रात हत्या की एफआईआर दर्ज कर लिया।
पुलिस को इसकी भनक तब लगी जब रामपुर, उत्तरप्रदेश ते नमकोली शहजादनगर निवासी बाबूराम कोतवाली थाने पहुंच कर सूचित किया कि उनके बड़े भाई प्यारेलाल परिवार के साथ जीतपुर नेगी नई बस्ती में रहते हैं।उसके बेटे मुन्नालाल और उसकी मां ने मिलकर प्यारेलाल की हत्या कर शव को घर में गाड़ दिया है। इस पर पुलिस ने मां-बेटे के विरूद्ध रविवार रात हत्या की एफआईआर दर्ज कर लिया।
मां-बेटे ने बनाई मनगढंत कहानी
सोमवार सुबह थाना इंचार्ज, नायब तहसीलदार के साथ जीतपुर नेगी नईबस्ती स्थित प्यारेलाल के मकान पर पहुंचे। पुलिस ने मुन्नालाल और उसकी मां रानी से प्यारेलाल के बारे में पूछताछ शुरू की तो वे ठीक से जवाब न दे पाए। पुलिस को सख्ती करने पर मुन्ना ने कहा उसके पिता की मौत पांच जनवरी को हो गई थी। उसके पास अंतिम संस्कार के लिए रूपए नहीं थे इसके चलते उसने शव को घर में दफना दिया। पुलिस ने उसकी इसकी मनगढंत कहानी को खारिज कर उसे हिरासत में ले लिया। नायब तहसीलदार नवीन रजवार की मौजूदगी में कमरे से लकड़ी की चारपाई और रजाई गद्दे को बाहर निकाला गया। इसके बाद ईंट की फर्श हटा कर गड्ढ़ा खोदा तो पॉलिथीन में लिपटा हुआ शव मिला।
मां बेटे बुजुर्ग को नहीं देते थे खाना
थाना प्रभारी केआर पांडे ने बताया कि शव बरामद कर आरोपी मुन्नालाल को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही प्यारेलाल की पत्नी से पूछताछ की जा रही है। पड़ोसियों ने बताया कि प्यारेलाल काफी लंबे समय से पत्नी रानी और बेटे के साथ यहां रहते थे। वे कुछ कर नहीं पाते थे इसके चलते उसकी पत्नी और बेटा उन्हें खाना तक नहीं देते थे। ये देख कर आसपास वाले कई बार प्यारेलाल को खाना दे जाते थे। इसके अलावा वृद्ध को उसका बेटा पीटने से नहीं चूकता था।
सोमवार सुबह थाना इंचार्ज, नायब तहसीलदार के साथ जीतपुर नेगी नईबस्ती स्थित प्यारेलाल के मकान पर पहुंचे। पुलिस ने मुन्नालाल और उसकी मां रानी से प्यारेलाल के बारे में पूछताछ शुरू की तो वे ठीक से जवाब न दे पाए। पुलिस को सख्ती करने पर मुन्ना ने कहा उसके पिता की मौत पांच जनवरी को हो गई थी। उसके पास अंतिम संस्कार के लिए रूपए नहीं थे इसके चलते उसने शव को घर में दफना दिया। पुलिस ने उसकी इसकी मनगढंत कहानी को खारिज कर उसे हिरासत में ले लिया। नायब तहसीलदार नवीन रजवार की मौजूदगी में कमरे से लकड़ी की चारपाई और रजाई गद्दे को बाहर निकाला गया। इसके बाद ईंट की फर्श हटा कर गड्ढ़ा खोदा तो पॉलिथीन में लिपटा हुआ शव मिला।
मां बेटे बुजुर्ग को नहीं देते थे खाना
थाना प्रभारी केआर पांडे ने बताया कि शव बरामद कर आरोपी मुन्नालाल को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही प्यारेलाल की पत्नी से पूछताछ की जा रही है। पड़ोसियों ने बताया कि प्यारेलाल काफी लंबे समय से पत्नी रानी और बेटे के साथ यहां रहते थे। वे कुछ कर नहीं पाते थे इसके चलते उसकी पत्नी और बेटा उन्हें खाना तक नहीं देते थे। ये देख कर आसपास वाले कई बार प्यारेलाल को खाना दे जाते थे। इसके अलावा वृद्ध को उसका बेटा पीटने से नहीं चूकता था।