बिहार पुलिस ने ट्वीट कर की सरेंडर की पुष्टि-
बिहार पुलिस ने ट्वीट करते हुए लिखा कि तमिलनाडु में कामकाजी बिहार के निवासियों के लिए असत्य, भ्रामक एवं उन्माद फ़ैलाने वाले वीडियो को प्रसारित करने एवं आर्थिक अपराध थाना कांड सं0 3/23 तथा 4/23 के अभियुक्त मनीष कश्यप ने बिहार पुलिस एवं EOU के दबिश के कारण बेतिया के जगदीशपुर थाने में किया आत्मसमर्पण।
मनीष कश्यप के सरेंडर की खबर मिलते ही जुटी समर्थकों की भीड़-
मनीष कश्यप के सरेंडर की खबर मिलते ही थाने के बाहर बड़ी संख्या में उसके समर्थकों की भीड़ जुट गई है। बड़ी संख्या में युवा थाने की गेट पर पहुंच कर नारेबाजी कर रहे हैं। हालांकि पुलिस के वरीय अधिकारी मनीष कश्यप को लेकर कोर्ट के लिए निकल चुकी है। मालूम हो कि जगदीशपुर ओपी की पुलिस शनिवार सुबह मनीष के घर की कुर्की करने पहुंची। मजिस्ट्रेट की तैनाती में मझौलिया के डुमरी महनवा गांव में पुलिस ने कुर्की की कार्रवाई शुरू की।
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पुलिस की कई टीम गिरफ्तारी के लिए कर रही थी छापेमारी
मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के लिए बीते कई दिनों से पटना और चंपारण पुलिस के साथ EOU की ओर से गठित एसआईटी की 6 टीमें छापेमारी कर रही थी। लेकिन वो लगातार पुलिस की पकड़ से बाहर था। ऐसे में शनिवार को मनीष कश्यप के मझौलिया थाने में घर पर कुर्की की गई। इसके बाद उसने सरेंडर किया है। मनीष कश्यप के सरेंडर के बाद सोशल मीडिया पर कई लोग उसके समर्थन में कई उसके खिलाफ पोस्ट कर रहे हैं।
मनीष कश्यप पर 10 मामले दर्ज-
मालूम हो कि तमिलनाडु वाली मामले में मनीष कश्यप पर पटना में 3 FIR दर्ज हैं। इनमें 2 केस आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने तमिलनाडु विवाद पर फेक वीडियो बनाने को लेकर दर्ज किया है। वहीं तीसरा केस अपनी झूठी गिरफ्तारी की बात वायरल करने को लेकर दर्ज किया गया है। इधर पश्चिम चंपारण में भी उन पर कुल 7 मामले दर्ज हैं। इनमें से एक केस पर कुर्की जब्ती के लिए पुलिस ने कोर्ट में अर्जी दी थी।
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