ग्वालियर

सौ मीटर के दायरे में मंदिर, स्कूल और शराब की दुकान, क्या है मामला?

बस स्टैंड के पास बनी दुकान पर शराबी जमे रहते हैं। इससे छात्राओं, महिलाओं व ग्रामीणों को परेशानी हो रही है।

ग्वालियरSep 16, 2017 / 05:31 pm

shyamendra parihar

 ग्वालियर. छीमक कस्बे में सौ मीटर की परिधि में तीन स्कूल,एक मंदिर और एक शराब की दुकान है। यहां के बस स्टैंड के नजदीक शराब की दुकान ने इनदिनों यहां से गुजर रही महिलाओं, छात्राओं व ग्रामीणों की परेशानी बढ़ा दी है।
दरअसल शराबी यहां सुबह, शाम और दोपहर जमे रहते हैं। जिससे अक्सर ही यहां अराजकता का माहौल रहता है। इतना सब होने के बाद भी आबकारी महकमे की नींद नहीं खुल रही है। शराब की दुकान के विरोध में कई बार आंदोलन हो चुके हैं, सोमवार को भी विरोध प्रदर्शन किया गया लेकिन प्रशासन मौन है। मंगलवार को इस संबंध में कलेक्टर को आवेदन भी दिया है।
स्कूल प्रभारियों ने बताया कि उनके द्वारा भी कई बार विभाग को और जन सुनवाई में आवेदन दिया तथा चीनोर थाना प्रभारी को भी बताया गया है कि, शराबी उत्पात मचाते हैं और स्कूल परिसर में ही शराब की बोतल भी फेंक देते है। इसके बाद भी दुकान का संचालन जारी है। बस स्टैंड पर खुली दुकान के कुछ दूरी पर प्राथमिक, माध्यमिक और हाईस्कूल हंै और समीप ही मंदिर है। हाईस्कूल में पढऩे आने वाली छात्राओं से कई बार शराबी अभद्रता करते हंै जिसे लेकर पालकों में रोष है और गत दिवस उनके द्वारा विरोध जताया गया।
कलेक्टर को सौंपा था ज्ञापन
स्थानीय निवासी भीकम सिंह, गब्बरसिंह, कैलाश, धर्मेन्द्र, सिंह, कोक सिंह ने बताया कि समीप ही दुकान के खुले होने से बच्चे वहीं से निकलते हैं और माहौल भी खराब होता है। दुकान को बंद कराया जाना चाहिए। इस संबंध में उनके द्वारा मंगलवार को कलेक्टर को ज्ञापन भी दिया गया है। इस दौरान उन्हें बताया गया था कि शराब की दुकान से यहां से गुजरने वाली महिलाओं को सर्वाधिक परेशानी हो रही है। छात्राएं यहीं से होकर स्कूल जाती हैं।
जन सुनवाई में भी की थी शिकायत
हाईस्कूल के प्रभारी सुरेश बरौआ और माध्यमिक स्कूल के हेडमास्टर देवेन्द्र राणा ने बताया कि उनके द्वारा विगत दिवस आयोजित जनसुनवाई में आवेदन दिया गया और कई बार वरिष्ठोंं को अवगत कराया है लेकिन दुकान नहीं हटाई गई है। रात में स्कूल परिसर में बैठकर लोग शराब पीते है और बोतलें यहीं छोड़कर चले जाते हैं। मना करने पर अभद्रता करते हंै।
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