ISI के लिए काम करता था फारूख कहा जाता है कि फारूख देवाड़ीवाला सिर्फ डी कंपनी के लिए ही काम नहीं करता था बल्कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए भी काम कर रहा था। मीडियो रिपोर्ट के अनुसार आईएसआई ने ही फारूख व सैम का पाकिस्तानी पासपोर्ट बनवाया था। दोनों को पाकिस्तानी बताकर वहां की जेल से छुड़वा लिया। अब दोनों पाकिस्तान में हैं। बता दें कि फारूख देवाड़ीवाला को 12 मई को दुबई में गिरफ्तार किया गया था। फारूख के कहने पर ही फैजन खान ने फिदायीन ट्रेनिंग ली थी।
दुबई ने दिया धोखा!
मीडिया रिपोर्ट में पुलिस अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि दुबई पुलिस को नियम कायदों के मुताबिक भारतीय जांच एजेंसियों से भी फारूख देवाड़ीवाला से जुड़े कागजात मंगवाने चाहिए थे, लेकिन उन्होंने भारत को धोखा देकर पाकिस्तान के झूठे दस्तावेजों को सही माना और फारूख व उसके साथी को पाकिस्तान को सौंप दिया।
मीडिया रिपोर्ट में पुलिस अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि दुबई पुलिस को नियम कायदों के मुताबिक भारतीय जांच एजेंसियों से भी फारूख देवाड़ीवाला से जुड़े कागजात मंगवाने चाहिए थे, लेकिन उन्होंने भारत को धोखा देकर पाकिस्तान के झूठे दस्तावेजों को सही माना और फारूख व उसके साथी को पाकिस्तान को सौंप दिया।
मुन्ना झिंगाडा का केस भी फारूख जैसा
फारूख देवाड़ीवाला के मामले जैसा केस मुजक्किर मुदस्सर हुसैन उर्फ मुन्ना झिंगाडा का है। उसे थाईलैंड में गिरफ्तार किया गया। दाऊद इब्राहिम और छोटा शकील के कहने पर मुन्ना ने साल 2000 में छोटा राजन पर गोलियां चलाई गई थीं। इसमें राजन बुरी तरह घायल हो गया था। इस गोलीबारी में उसका करीबी रोहित वर्मा मारा गया था। राजन को दो साल पहले इंडोनेशिया में गिरफ्तार किया गया था। मुन्ना झिंगाडा के पास पाकिस्तान ही नहीं बल्कि दाऊद और उसके पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ अंदरूनी रिश्तों की जानकारी है। पाक को डर है कि वह मुंबई पुलिस के जरिए भारत सरकार को बता देगा। कई बार मुंबई पुलिस थाईलै़ंड के अधिकारियों से मिल चुकी है। मुंबई क्राइम ब्रांच द्वारा दिए जा रहे तमाम सबूतों के बावजूद बैंकॉक पुलिस ने पाकिस्तान और चीन की शह पर अभी तक मुन्ना झिंगाडा को भारत को प्रत्यर्पित नहीं किया है। हालांकि थाईलैंड में उसका केस अभी चल रहा है।
फारूख देवाड़ीवाला के मामले जैसा केस मुजक्किर मुदस्सर हुसैन उर्फ मुन्ना झिंगाडा का है। उसे थाईलैंड में गिरफ्तार किया गया। दाऊद इब्राहिम और छोटा शकील के कहने पर मुन्ना ने साल 2000 में छोटा राजन पर गोलियां चलाई गई थीं। इसमें राजन बुरी तरह घायल हो गया था। इस गोलीबारी में उसका करीबी रोहित वर्मा मारा गया था। राजन को दो साल पहले इंडोनेशिया में गिरफ्तार किया गया था। मुन्ना झिंगाडा के पास पाकिस्तान ही नहीं बल्कि दाऊद और उसके पाकिस्तान खुफिया एजेंसी आईएसआई के साथ अंदरूनी रिश्तों की जानकारी है। पाक को डर है कि वह मुंबई पुलिस के जरिए भारत सरकार को बता देगा। कई बार मुंबई पुलिस थाईलै़ंड के अधिकारियों से मिल चुकी है। मुंबई क्राइम ब्रांच द्वारा दिए जा रहे तमाम सबूतों के बावजूद बैंकॉक पुलिस ने पाकिस्तान और चीन की शह पर अभी तक मुन्ना झिंगाडा को भारत को प्रत्यर्पित नहीं किया है। हालांकि थाईलैंड में उसका केस अभी चल रहा है।