क्राइम

ठाणे : जिंदा बची बहन ने कहा, कोई झगड़ा नहीं हुआ था

हमले में अनवर की एक बहन बच गई, उसने जो बयान दिया है, उससे इस मामले में नया मोड़ आ गया है

Feb 28, 2016 / 11:50 pm

जमील खान

ANwar

ठाणे। महाराष्ट्र के ठाणे में एक 32 वर्षीय व्यक्ति ने रविवार को अपने ही परिवार के 14 सदस्यों की हत्या करने के बाद फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मरने वालों में सात बच्चे भी हैं। असनेन अनवर वारेकर (32) ने बड़े धारदार चाकू से एक के बाद एक अपने ही परिवार के सदस्यों की गला काट कर हत्या कर दी। इससे पहले उसने उनके भोजन में मादक पदार्थ मिला दिया था। हालांकि, हमले में अनवर की एक बहन बच गई। उसने जो बयान दिया है, उससे इस मामले में नया मोड़ आ गया है।

उसे जख्मी हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। सदमें में होने के कारण पुलिस उसका पहले बयान नहीं ले पाई थी। इससे बाहर आने के बाद ही वह बयान दे पाई। पुलिस को उसने जो बयान दिया उसके मुताबिक परिवार में किसी भी प्रकार की कोई रंजिश नहीं थी। शनिवार रात को घर में पार्टी हुई थी और सब बहुत खुश थे। इस दौरान कोई झगड़ा भी नहीं हुआ।

पुलिस के मुताबिक, अनवर ने यह कदम क्यूं उठाया अभी पता नहीं चल पाया है। परिवार की आर्थिकी स्थिति काफी अच्छी थी। वह आयकर से जुड़ा काम करता था। गौरतलब है कि अनवर ने रविवार को अपने ही परिवार के 14 सदस्यों की हत्या करने के बाद फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मरने वालों में सात बच्चे भी हैं। स्थानीय लोगों का दावा है कि उसने कुछ साल पहले भी अपने परिवार को जहर देकर मारने की कोशिश की थी।

एक पुलिस अधिकारी ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि हालांकि अभी इसके कारणों का पता नहीं चल पाया है, पर शुरुआती जांच से लगता है कि यह संपत्ति विवाद का नतीजा हो सकता है। हत्या के शिकार लोगों मेंं वारेकर के माता-

पिता, उसकी बहनें, भतीजे-भांजी शामिल हैं।

जिन लोगों की उसने हत्या की है, उनकी पहचान पिता अनवर वारेकर (65), मां असगरी (56), पत्नी जबीन (28) और दो बेटियां मुबातशिरा (6) और तीन माह की बेटी उमरा के रूप में हुई है। इनके अलावा मारे गए लोगों में तीन बहनें शबीना शौकत खान (35) मारिया इरफान फाक्की (28) और बतूल (30), तीन भतीजियां अनस शौकत खान (12), सादिया शौकत खान (16) और पांच माह की आर्सिया यूशुफ भारमाल और तीन भांजे अलीहसन शौकत खान (5), उमर इरगन फाक्की (7) और यूशुफ इरफान खान की भी पहचान की गई है।

इस घटना में जीवित बची परिवार की एकमात्र सदस्य हमलावर की बहन साबिया भारमल (22) बताई जा रही है। उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। ठाणे के संयुक्त पुलिस आयुक्त आशुतोष डंबारे ने कहा, प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि हमलावर ने घर के सभी दरवाजे और खिड़कियों को बंद कर दिया और अपने ही परिवार के सो रहे सदस्यों की हत्या कर दी। उसके बाद उसने अपने बंगले में सीढिय़ों के पास फांसी लगा ली। हत्या में इस्तेमाल चाकू को उसके शव के पास से बरामद किया गया है।

उन्होंने बताया कि साबिया के चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के कुछ युवाओं ने उस घर के दरवाजे और खिड़कियों को तोड़ा और उसे बचाया। डंबारे ने कहा कि फॉरेंसिक टीम को घटनास्थल पर बुलाया गया है और शवों को परीक्षण के लिए भेज दिया गया है।

वारेकर आयकर सलाहकार का काम करता था। पड़ोसियों ने उसे एक शांत, अविवादित और सहायता करने वाला व्यक्ति बताया है। उनका कहना है कि आसपास के इलाके में इस परिवार की साख अच्छी थी और किसी को भी इस परिवार से क

ोई शिकायत नहीं थी। स्थानीय लोगोंं का दावा है कि कुछ साल पहले भी वारेकर ने कथित रूप से अपने परिवार को जहर दे दिया था, जब छह लोगों को अस्पताल ले जाना पड़ा था। सौभाग्य से तब सभी बच गए थे।

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