scriptबर्थ डे पार्टी के नाम पर अय्याशी का खेल, एमसीबी जवान था शामिल! | Udaipur Police busted Rave Party on new year, arrested 45 including 13 girls | Patrika News

बर्थ डे पार्टी के नाम पर अय्याशी का खेल, एमसीबी जवान था शामिल!

Published: Jan 03, 2016 01:17:00 pm

उदयपुर-मुम्बई की कॉलगर्ल भी थी पार्टी में, गुमराह कर सभ्य और गरीब परिवारों की युवतियों को बुलाया

rave party

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उदयपुर। हाईवे के होटल-ढाबों और सीमावर्ती क्षेत्रों सहित अन्य स्थानों पर जिस्मफरोशी के कारोबार पर लगाम कसने में नाकाम रही पुलिस अब शहर में भी विफल साबित हो रही है। शहर के बीचोबीच सहेली मार्ग पर तहखाना बीयर बार में शुक्रवार आधी रात को बर्थ डे पार्टी के नाम पर पकड़ी गई अय्याशी ने पुलिस पर फिर गहरा दाग लगा दिया।

भनक लगना और समय पर खुलासा करना तो दूर, हंगामा होने और मामला सामने आने के बाद भी पुलिस ने ‘रफा-दफा’ का ही रवैया दिखाया। और तो और, अय्याशियों पर लगाम कसने के बजाय खुद पुलिस के जवान इसमें लिप्त मिले। पार्टी जिस लड़की के बर्थ डे के नाम पर रखी गई, वह एक ही महीने में दो बार जन्मदिन मना चुकी थी। जबकि, किसी को यह तक नहीं पता कि वह पैदा कब हुई थी।

बर्थ डे पार्टी के नाम पर बार में जमकर शराब, शबाब और कबाब परोसा गया। नशा कराया गया, आधे-अधूरे कपड़ों में युवतियों को नचाया गया। फूहड़ता-अश्लीलता के इस खेल में मुंबई की कॉलगर्ल का सहारा भी लिया गया। सभ्य व गरीब परिवारों की युवतियों को भ्रमित कर पार्टी में बुलाया गया, जिन्हें बदनामी के कलंक का भय सता रहा है। ऐसी 2-4 युवतियां तो पुलिस की पकड़ में आने के बाद से शर्मसार हैं। इन युवतियों ने घटना के बाद मुंह ढका तो शनिवार तक नहीं खोला।

सभी को मिली जमानत

तहखाना बीयर बार में शुक्रवार रात नशे में हो-हुल्लड़ व शांतिभंग करने के आरोप में गिरफ्तार 32 युवकों, 13 युवतियों को पुलिस ने शनिवार दोपहर एडीएम के समक्ष पेश किया। एडीएम ने सभी को पाबंद कर जमानत पर रिहा कर दिया। इस दौरान कलक्ट्री परिसर में लोगों की भीड़ लगी रही।

युवतियां फ्री, युवकों से चार हजार

पुलिस ने बताया कि बार में आने वाले युवकों के साथ घूमने वाली बाहरी लड़कियां तो पार्टी में शामिल हुई ही, कुछ सभ्य व गरीब परिवार की युवतियों को भी गुमराह कर बुलाया गया था। पार्टी में युवतियों को नि:शुल्क एन्ट्री दी गई जबकि युवकों से 4 हजार रुपए लिए गए। इस शुल्क में नशा, युवतियों के साथ डांस व खाना शामिल था। डांस के साथ युवतियों से अय्याशी का चार्ज कॉलगर्ल की मर्जी पर निर्भर था।

सूत्रधार एमबीसी का जवान!

पुलिस के अनुसार पार्टी में प्रतापनगर व बेड़वास क्षेत्र की नामचीन कॉल गर्ल भी शामिल थीं, जिस पर हो-हुल्लड़ करने का आरोप है। उनके साथ एमबीसी का एक जवान भी था, जो पुलिस के पहुंचने से पहले चहेती युवतियों को लेकर बाहर निकल गया था।

एडीएम के समक्ष पेशी के दौरान शनिवार दोपहर कुछ युवतियां शर्म से मुंह छुपाती रहीं जबकि कुछ गाली-गलौज कर दलालों को कोसती रहीं। इन युवतियों ने बताया कि इस पूरे खेल का संचालक और दलाल एमबीसी का जवान था, जो पुलिस के छापे से पहले भाग गया। असल गिरोह वही लोग चला रहे हैं, जिन्होंने बाहर निकलने के बाद उन्हें फंसा दिया।

भड़कीले कपड़ों ने खोली पोल

पार्टी जन्मदिन की होने और उसमें कोई अश्लीलता नहीं होने की बातें शनिवार दोपहर झूठी नजर आई। कुछ युवतियों के भड़कीले शृंगार, आधे-अधूरे कपड़ों और पेशी के दौरान गाली-गलौज ने जाहिर कर दिया कि उन्हें पार्टी में खास मकसद से बुलाया गया था।

पुलिस अधिकारी नहीं, कार्मिक थे!

पुलिस ने बताया कि पार्टी में प्रतापगढ़ के जिस पुलिस अधिकारी का नाम सामने आया, वह तहखाना बीयर बार में नहीं बल्कि उसके सामने अन्य होटल में था। उसका निजी चालक व अन्य कर्मचारी पार्टी में पहुंचे थे, जिन्हें बाद में वह ले गया था।

आरोपितों के आरोप, दलीलें

– हम तो बर्थ डे पार्टी में आमंत्रित थे। डांस कर रहे थे कि पुलिस ने पकड़ लिया।
– बर्थ डे पार्टी मनाना भी जुर्म है तो हमने यह जुर्म किया है। पुलिस ने हमें फंसाकर बदनाम कर दिया।
– एक युवती ने कहा, पुलिस ने मेरी छोटी बहन को भी फंसा दिया, उसका कॅरियर खराब हो जाएगा।
– पुलिस में ताकत है तो एमबीसी के जवान और मुख्य कॉल गर्ल को पकड़े। तभी सारे राज सामने आएंगे।
– मुख्य दलाल दीपक था, उसी ने पार्टी अरेंज की थी। पुलिस ने उसे छोड़ क्यों दिया।

पुलिस के तर्क

– बर्थ डे पार्टी के नाम पर कुछ और ही चल रहा था। कुछ युवतियां कॉल गर्ल थीं, जिनका आपराधिक रिकॉर्ड है।
– गिरफ्तार आरोपित हो-हुल्लड़ और शांतिभंग कर रहे थे। गत 30 दिसम्बर को भी ऐसी पार्टी हुई थी। तब भी लड़ाई-झगड़े हुए थे।
– बर्थ डे की आड़ में हुई पार्टी में कॉल गर्ल, हॉस्टल छात्राएं, आदिवासी क्षेत्रों की लड़कियां और हाई प्रोफाइल युवतियां शामिल थीं। उनके साथ 18 से 45 की उम्र के लोग मौज-मस्ती कर रहे थे।
पार्टी में किसी के भी साथ परिवार के सदस्य नहीं थे।
– युवक-युवतियों की उम्र और उनके कॅरियर के मद्देनजर सभी को पाबंद कर छोड़ दिया गया।

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