10 से अधिक बार मासूम के साथ रेप किया 34 साल के निकोलस को कोर्ट ने 10 से अधिक बार मासूम के साथ रेप का दोषी पाया। निकोलस ने पहली बार बच्ची का रेप तब किया था,जब वह सिर्फ आठ साल की ही थी। अपने बचाव में निकोलस ने कोर्ट को गुमराह करने की भी कोशिश की और कहा कि उसने कभी बच्ची के साथ सेक्स नहीं किया। उसकी गर्लफ्रेंड ने ही अपनी बेटी के शरीर में जबरन उसका स्पर्म डाल दिया था।
बच्ची की मां पर भी गुनाह छिपाने के लिए केस चल रहा पीड़िता की उम्र इस वक्त 12 साल है और सितंबर 2017 में रेप के कारण ठहरे गर्भ से उसने एक बेटे को जन्म दिया। पीड़िता अपनी मां के साथ अटलांटा में रहती थी। मां-बेटी के साथ ही निकोलस भी रहने लगा और उसके संबंध रेप पीड़िता बच्ची की मां से थे। कुछ वक्त बाद महिला ने अपनी बेटी के साथ अटलांटा छोड़कर इंडियाना में रहना शुरू कर दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मां गर्भवती नाबालिग बच्ची का अबॉर्शन भी करवाना चाहती थी,ताकि किसी को इस बारे में पता नहीं चला। हालांकि,स्थानीय लोगों के विरोध के कारण ऐसा नहीं हो पाया। पीड़िता ने बताया कि अल्ट्रासाउंड क्लिनिक के बाहर एक ग्रुप के प्रदर्शन के कारण मेडिकल सुविधा नहीं मिली और अबॉर्शन नहीं हुआ। बच्ची की मां नहीं चाहती थी कि बेटी के बच्चे का पिता कौन है यह पता चले,इसलिए वह अबॉर्शन करवाना चाहती थी। बच्ची की मां पर भी अपराधी का साथ देने,गुनाह छुपाने के लिए ट्रायल चल रहा है।