बता दें कि साम्या वर्षों से कैंसर से पीडि़त है। रचकोंडा जोन के पुलिस अधिकारियों ने उसकी कैंसर से ठीक होने में आर्थिक सहायता भी की। लेकिन वो इस कैंसर से पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाई है। साम्या ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि वो आईपीएस ऑफिसर बनना चाहती है। उसकी इस ख्वाहिश को पूरा करने के लिए रचकोंडा के पुलिस अधिकारियों ने उसे एक दिन के लिए वहां का पुलिस कमिश्नर नियुक्त किया।
साम्या 29 अक्टूबर को एक दिन के लिए रचकोंडा जोन का पुलिस कमिश्नर बनीं। साम्या ने सभी जिम्मेदारियों का निर्वहन किया। रचकोंडा के अधिकारियों ने कैंसर का इलाज कराने के लिए वित्तीय सहायता भी मुहैया कराई थी। रचकोंडा का पुलिस कमिश्नर के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद साम्या ने कहा कि वह कानून और व्यवस्था में सुधार लाना चाहती है। साम्या