बरेली

बरेली वालों के सिर पर मंडरा रहा बड़ा खतरा, रक्षाबंधन के दिन घर से जरा संभलकर निकलें

बरेली में लगातार चायनीज मांझे के चलते हादसे हो रहे हैं। रक्षाबंधन के दिन वहां काफी पतंगबाजी होती है। ऐसे में उन्हें काफी सावधानी बरतने की जरूरत है।

बरेलीAug 23, 2018 / 05:24 pm

suchita mishra

raksha bandhan

बरेली। रक्षाबन्धन त्योहार नजदीक आ रहा है। इसके लिए लोग अभी से काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। लेकिन बरेलीवासी उत्साहित होने के बजाय घबराए और परेशान नजर आ रहे हैं। कारण है रक्षाबंधन के दौरान वहां होने वाली पतंगबाजी। दरअसल बरेली में रक्षाबंधन से पहले ही लोग पतंगबाजी शुरू कर देते हैं, वहीं खास रक्षाबंधन के दिन तो वहां जमकर पतंगबाजी होती है। पतंगबाजी के दौरान लोग बरेली के मांझे का प्रयोग न करके चाइनीज मांझे का प्रयोग कर रहे हैं। इसके कारण वहां लगातार लोग हादसे का शिकार हो रहे हैं। इन हालातों में वहां के लोंगों के सिर पर मांझे का खतरा मंडरा रहा है। रक्षाबंधन के दिन तो हालात और भी गड़बड़ हो सकते हैं, ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है।
हाल ही दो युवक हुए घायल
रिजवान अपने भतीजे अरबाज के साथ गुरुवार को बाइक से किला पुल से गुजर रहे थे, तभी दोनों चाइनीज मांझे की चपेट में आ गए। इस घटना में रिजवान बुरी तरह से घायल हो गया जिसके बाद दोनों घायलों को जिला अस्पताल लाया गया। एक युवक के टांके लगाने पड़े। इन हादसों ने प्रशासन द्वारा चाइनीज मांझे पर रोक के दावे की पोल खोलकर रख दी है।
पहले भी हो चुके हैं हादसे
चाइनीज मांझे से हादसे शहर में पहले भी हो चुके हैं। कुछ दिनों पहले किला इलाके में ही मांझे की चपेट में आकर एक बच्चे की मौत भी हो चुकी है। वहीं सुभाषनगर पुल पर एक महिला पुलिसकर्मी चाइनीज मांझे की चपेट में आकर बुरी तरह से घायल हो गई थी। शहामतगंज ओवरब्रिज पर भी कई लोग घायल हो चुके हैं। शहर में आए दिन हादसे हो रहे हैं और प्रशासन हाथ पर हाथ रख कर बैठा है।
आसानी से नहीं टूटता चाइनीज मांझा
चाइनीज मांझा नायलॉन का बना होता है जो फंसने पर आसानी से टूटता नहीं। इस मांझे की चपेट में आने वाला व्यक्ति बुरी तरह से घायल हो जाता है और उसकी जान पर बन आती है। जबकि बरेली का मांझा धागे का होता है जिसको आसानी से तोड़ा जा सकता है।
पुल पर ज्यादा हादसे
चाइनीज मांझे से होने वाले ज्यादातर हादसे पुल पर सामने आते हैं। पुल पर मांझे को रोकने का कोई इंतजाम न होने के कारण मांझा पुल से गुजर रहे लोगों को अपनी चपेट में ले लेता है। हालांकि प्रशासन ने शहामतगंज और किला पुल पर मांझे को रोकने के लिए तार भी लगाए हैं, लेकिन फिर भी लोग मांझे की चपेट में आ रहे हैं।
बरेली के मांझे की चमक हुई फीकी
चाइनीज मांझे के बाजार में आने के बाद बरेली के मांझे की चमक फीकी हो गई है। बरेली के मांझे की पहचान देश भर में है और यहां से मांझा सप्लाई किया जाता है, लेकिन चाइनीज मांझे के बाजार में आ जाने से बरेली का मांझा उद्योग बन्दी की कगार पर पहुंच गया है। कई लोगों ने मांझे के कारोबार से अपने आप को दूर कर लिया है।
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