scriptयंग साइंटिस्ट अवॉर्ड से सम्मानित शख्स बन गया आईएसआई एजेंट, पाक को खुफिया जानकारी दे भारतीय सुरक्षा में लगाया सेंध | young indian scientist became pakistan isi agent | Patrika News

यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड से सम्मानित शख्स बन गया आईएसआई एजेंट, पाक को खुफिया जानकारी दे भारतीय सुरक्षा में लगाया सेंध

locationनई दिल्लीPublished: Oct 08, 2018 05:56:23 pm

Submitted by:

Kaushlendra Pathak

देश का एक यंग साइंटिस्ट आईएसआई एजेंट बन गया और सुरक्षा संबंधी खुफिया जानकारी दूसरे देश को दे दी।

dhoka

यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड से सम्मानित शख्स बन गया आईएसआई एजेंट, पाक को खुफिया जानकारी दे भारतीय सुरक्षा में लगाया सेंध

नई दिल्ली। 08 अक्टूबर, 2018 का दिन भारत के लिए काफी शर्मनाक रहा। क्योंकि, आज एक ऐसे मामले का खुलासा हुआ जिसने सबको झकझोर दिया। हो भी क्यों न, जिस शख्स को भारत ने सर्वश्रेष्ठ सम्मान से नवाजा, उसी ने उस सम्मान को तार-तार करते हुए कौड़ियों के भाव बेजकर देश से गद्दारी कर डाली। हम बात कर रहे हैं उत्तराखंड के रहनेवाला निशांत अग्रवाल की, जिसे यूपी एटीएस और सैन्य खुफिया अधिकारियों ने संयुक्त कार्रवाई करते नागपुर से गिरफ्तार किया है। निशांत पर आईएसआई का एजेंट होने और खुफिया जानकारी दूसरे देशों को बेचने का आरोप लगा है।
यंग साइंटिस्ट अवॉर्ड से किया गया था सम्मानित

निशांत अग्रवाल डीआरडीओ में साइंटिस्ट है। वर्तमान में वह ब्रह्मोस की नागपुर यूनिट में काम कर रहा था। उसे 2017-18 यंग साइंडिस्ट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है। लेकिन, उस पर आरोप है कि वह ब्रह्मोस संबंधी तकनीकी और अन्‍य खुफिया जानकारियां पाकिस्‍तान और अमेरिका को पहुंचा रहा था। निशांत को ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत पकड़ा गया है। निशांत पर ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बताया जा रहा है कि निशांत नागपुर में रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन में चार साल से काम कर रहा था। आरोपी के पास भारत की अति महत्वपूर्ण ‘ब्रह्मोस’ मिसाइल से जुड़ी सीक्रेट जानकारियों की पहुंच थी।
पूछताछ कर रही है जांच एजेंसी

फिलहाल, जांच एजेंसी इस पूरे मामले की पड़ताल कर रही हैं और पता लगाया जा रहा है कि गुप्त सूचनाएं लीक करने के इस षड़यंत्र में निशांत के साथ कोई और कर्मचारी तो शामिल नहीं है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि गिरफ्तार युवक ने किन-किन जानकारियों को दुश्मन देश के हाथों में पहुंचाया है। अगर उसने सुरक्षा व्यवस्था या ब्रह्मोस मिसाइल के बारे में दूसरे देशों को अहम जानकारी दी होगी तो भारत के लिए यह बड़ा झटका लग सकता है। हालांकि, अभी तक न डीआरडीओ की ओर से न ही सरकारी विभाग की ओर से कोई अधिकारिक बयान जारी किया गया है। लेकिन, जिस युवा को देश ने इतना बड़ा सम्मान दिया, उस युवा साइंडिस्ट ने न केवल भरोसा तोड़ा है, बल्कि देश की आन-बान और शान के साथ खिलवाड़ भी किया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो