जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र के जिला चंद्रपुर के रहने वाले लगभग 16 लोग विगत 17 मार्च को ग्राम मस्तूरा में अपनी भांजी की सगाई समारोह में शामिल होने के लिए भितरवार आए थे। सगाई समारोह के बाद से कोरोना को लेकर देशभर में लॉकडाउन हो गया है और जो लोग जहां थे वहां फंसकर रह गए। लॉकडाउन के शुरूआत में तो कुछ दिन इन लोगों ने यह सोचकर काट दिए किए कुछ दिनों में लॉकडाउन खुल जाएगा, परंतु जैसे-जैसे लॉकडाउन बढ़ता गया इन लोगों की भी परेशानी बढ़ती गई। बताया जाता है कि 16 लोग जिसके घर के रुके हैं। वह भी आर्थिक रूप से कमजोर है और मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालता है। ऐसे में डेढ़ महीने से घर में रह रहे 16 लोगों के कारण उसकी स्थिति भी खराब हो रही है।
डेढ़ माह गांव से फंसे हैं ये लोग बताया जाता है कि महाराष्ट्र जिला चंद्रपुर के रहने वाले वि_ल पेटकुले (65), मारोती बसाके (70), सदाशिव बसाके (72), नारायण शिंदे (55), ताने बाई निकोड़े (62), सिंधु बाई निकोड़े (60), यशोदा शिंदे (50), संतोष निकोड़े(40), आशा निकोड़े (35), रूपेश पेटकुले (43), सुनीता पेटकुले (32), राजू पेटकुले (41), नागेन्द्र शिंदे (31), सुजाता धनोलिया (17), खुशी पेटकुले (9) तथा धवल पेटकुले (6) आदि लोग पिछले डेढ़ माह से गाम मस्तूरा में फंसे हुए हैं।
आवेदन देने के बाद नहीं सुन रहा प्रशासन
बताया जाता है कि ग्राम मस्तूरा में फंसे 16 लोगों को उनके घर तक भिजवाने के लिए वह लोग कई बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को आवेदन दे चुके हैं, लेकिन अभी तक किसी ने भी इस ओर ध्यान अभी तक ध्यान नहीं दिया है। लॉकडाउन में फंसे नारायण ने बताया कि कि घर भिजवाने के लिए हम लोग कई बार प्रशासन से कह चुके हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।वर्सनमहाराष्ट्र के लगभग 16 लोग पिछले डेढ़ महीने से गांव में फंसे हुए हैं । इन सभी को उनके घर भिजवाने के लिए प्रशासन को अवगत करा दिया गया है। ताकि इन लोगों के वापस घर लौटने की व्यवस्था हो सके।
बताया जाता है कि ग्राम मस्तूरा में फंसे 16 लोगों को उनके घर तक भिजवाने के लिए वह लोग कई बार प्रशासन और जनप्रतिनिधियों को आवेदन दे चुके हैं, लेकिन अभी तक किसी ने भी इस ओर ध्यान अभी तक ध्यान नहीं दिया है। लॉकडाउन में फंसे नारायण ने बताया कि कि घर भिजवाने के लिए हम लोग कई बार प्रशासन से कह चुके हैं, लेकिन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।वर्सनमहाराष्ट्र के लगभग 16 लोग पिछले डेढ़ महीने से गांव में फंसे हुए हैं । इन सभी को उनके घर भिजवाने के लिए प्रशासन को अवगत करा दिया गया है। ताकि इन लोगों के वापस घर लौटने की व्यवस्था हो सके।
नरेन्द्र सिंह जाट, मंत्री, भाजपा मंडल, भितरवार
अपनी भांजी की सगाई में शामिल होने आए थे। कोरोना की बजह से घोषित हुए लॉकडाउन ने रिश्तेदारी में कैद कर दिया। मजबूरी में डेढ़ माह से रह रहे हैं। यहां का प्रशासन मदद करे तो अपने घर पहुंच जाए। तंगी में बेवजह बोझ बने हुए हैं।
अपनी भांजी की सगाई में शामिल होने आए थे। कोरोना की बजह से घोषित हुए लॉकडाउन ने रिश्तेदारी में कैद कर दिया। मजबूरी में डेढ़ माह से रह रहे हैं। यहां का प्रशासन मदद करे तो अपने घर पहुंच जाए। तंगी में बेवजह बोझ बने हुए हैं।
वि_ल पेटकुले, जिला चन्द्रपुर, महाराष्ट्र