ग्राम संाखनी में विनोद पांडे के पिता लखन लाल की त्रयोदशी 29 मार्च को थी। इसमें पूरे गांव समेत अन्य गांव के लोगों को आमंत्रित किया गया था। देर शाम भोजन करने के बाद सभी लोग घर चले गए। रात को भोजन करने वाले कुछ लोगों को उल्टी-दस्त और घबराहट की शिकायत हुई। रात अधिक हो चुकी थी इसलिए बीमारों का घरों पर ही उपचार किया । 30 मार्च को भी बीमार लोगों ने अपने स्तर पर भी इलाज किया। दिनभर में बीमार होने वाले लोगों की संख्या बढ़ती चली गई और रातभर में काफी लोग बीमार हो गए। रविवार की सुबह जब स्थिति ज्यादा खराब हो गई तो तो दोपहर 12 बजे सूचना एसडीएम अशोक सिंह चौहान को दी गई।
एसडीएम के निर्देश पर दीनदयाल चलित वाहन मेडिकल स्टॉफ को लेकर सांखनी गांव पहुंचा। गांव के सामुदायिक भवन पर कैम्प लगाकर बीमारों का उपचार शुरू किया। चिकित्सा टीम में डॉ. यशवंत शर्मा, डॉ. एसएल माहौर समेत अन्य डॉक्टर मौजूद थे। डॉक्टरों ने 28 मरीजों की हालत ठीक न होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भितरवार इलाज के लिए भेजा। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से चार गंभीर लोगों को ग्वालियर रेफर किया गया है। स्थिति न बिगड़े इसलिए एसडीओपी दिलीप जोशी भी बल के साथ मौके पर पहुंचे और सहयोग किया। सांखनी के साथ ही ग्वालियर से छह 108 एंबुलेंस बुलाई गईं और आसपास के गांवों में भी भेजी ताकि कोई व्यक्ति जो त्रयोदशी में शामिल होकर खाना खाने से बीमार हुआ उसका मौके पर ही इलाज किया जाए और हालत ज्यादा खराब हो तो अस्पताल लाया जाए।
फूड विभाग के अधिकारी पहुंचे
एसडीएम ने खाद्य विभाग को सूचना की। जिस पर विभाग की टीम ग्वालियर से तीन फूड इंस्पैक्टर निरुपमा शर्मा, रवि शिवहरे और लखन लाल कोरी के नेतृत्व में गांव पहुंची जहां त्रयोदशी में बने खाने में से बचे खाने, खाद्य तेज, जो इस्तेमाल हुआ इसके अलावा अन्य सामग्री के सैम्पल लिए।
ये ग्वालियर रेफर
सांखनी गांव से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्तीमरीजों में से वासुदेव (50) पुत्र सीताराम योगी, सचिन(14) पुत्र राजू गौड़, रानी (25) पत्नी अरविंद सेन, आशुतोष (15) पुत्र पप्पू शर्मा की हालत ज्यादा बिगडऩे पर ग्वालियर रेफर किया गया है।
ये लोग भितरवार में भर्तीहुए: सांखनी गांव पहुंची चिकित्सा टीम ने गिर्राज शर्मा (19) वर्ष, नवल किशोर तिवारी22, नरेन्द्र रावत 22, गोविंद कोटिया 91, प्रहलाद गौड़29, हरी गौड़ 40, अमल सिंह 25, नरेन्द्र गौड़ 23, कप्तान गौड़30, जितेन्द्र सूर्यवंशी 22, गिर्राज 5, मनीष 18 , चोखेलाल 40, पंकज गौड 22़, भगवती सोनी 55, राकेश 40, महेन्द्र 15. रवि 21 समेत अन्य बीमार लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती के लिए भेजा।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को लगाया: सांखनी गांव में जहां सामुदायिक भवन में चिकित्सा टीम बीमार लोगों को उपचार कर रही थी वहीं सांखनी समेत आसपास के आंगनबाड़ी केन्द्रों की कार्यकर्ता और सहायिकाओं को भी निर्देशदिए गए कि वे घर-घर जाएं और बीमार लोगों को चिह्नित कर इलाज के लिए लाएं।
सीएमएचओ मृदुल सक्सेना के अनुसार खाने में प्रदूषित सामग्री का इस्तेमाल हो सकता है। या छह घंटे से अधिक समय तक खाना रखा हो सकता है इसे खाने से लोग फूड पॉइजनिंग के शिकार होकर बीमार हुए हैं। एसडीएम अशोक सिंह चौहान ने बताया कि ग्राम सांखनी में फूड पॉइजनिंग से कुछ ग्रामीण बीमार हुए हैं। उन्हें गांव में चिकित्सा टीम भेजकर उपचार दिलाया गया है। इसके अलावा ज्यादा बीमार लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य में भर्ती कराया गया है। स्थिति नियंत्रण में हैं।