छीमक सेंटर तो मात्र तीन दिन पहले ही शुरू हुआ, जिससे उस सेंटर के अंतर्गत आने वाले किसानों का पंजीयन कार्य प्रभावित है। 28 फरवरी अंतिम तिथि होने पर कई किसान पंजीयन कराने से वंचित रह जाएंगे। रबी की सरकारी खरीदी के लिए डबरा ब्लॉक में 18सेंटर पंजीयन के लिए बनाए गए है जिसमें छीमक सेंटर तीन दिन पहले ही चालू हुआ। यदि तिथि नहीं बढ़ती है तो क्षेत्र के कई किसान पंजीयन से वंचित रह जाएंगे। हालांकि अभी तक डबरा में 3900 किसानों ने गेहूं के लिए पंजीयन कराया है। जबकि चना के लिए 225 किसानों का और सरसों के लिए 540 किसानों के पंजीयन हुए है।
किसानों में रूचि नहीं : पिछले गेहूं उपज की बोनस राशि नहीं मिली है जिससे किसानों का सरकारी खरीदी पर विश्वास नहीं है और यही कारण है किसानों में भी पंजीयन कराने को लेकर रूचि नहीं है। दूसरी वजह सरकारी मूल्य से ज्यादा मंडी में अच्छे भाव मिलते है इस कारण भी किसानों का मन भंग है।
किसानों में रूचि नहीं : पिछले गेहूं उपज की बोनस राशि नहीं मिली है जिससे किसानों का सरकारी खरीदी पर विश्वास नहीं है और यही कारण है किसानों में भी पंजीयन कराने को लेकर रूचि नहीं है। दूसरी वजह सरकारी मूल्य से ज्यादा मंडी में अच्छे भाव मिलते है इस कारण भी किसानों का मन भंग है।
इस संबंध में कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी पंकज करोलिया ने बताया कि तिथि बढ़ाए जाने के संबंध में कलेक्टर को पत्र भेजा गया है। कलेक्टर भोपाल भेजकर मांग करेंगे। किसानों द्वारा भी पंजीयन को लेकर रुचि नहीं हेै।