गांव के लक्ष्मण प्रसाद, रामहेत सिंह, अवतार सिंह, परमानंद, रामकुमार आदि ने बताया कि करीब एक साल पहले अटल ज्योति योजना के तहत ठेकेदार ने उनके घरों में मीटर लगाए और कनेक्शन नहीं किया इसके बाद करीब ५ माह बाद किसी अन्य योजना के तहत फिर से मीटर लगाए गए। इसके पहले लगे मीटर भी नहीं उखाड़े गए करीब ५० फीसदी घरों में दो तो किसी घर में तीन-तीन मीटर लगे है। वहां के लोगों ने बताया कि कई बार उनके द्वारा विद्युत वितरण कंपनी को अवगत कराया है लेकिन अभी तक कनेक्शन तक नहीं किए गए हेै।
गांव में लाइट नहीं, नहीं बदला ट्रांसफॉर्मर एक उपभोक्ता के नाम पर तीन-तीन मीटरों के बिल जनरेट होने से उन लोगों ने बिजली बिल जमा नहीं किए है जिस कारण बिल बकाया होने से लाइट काट दी गई है। दो माह से लाइट नहीं है। कुछ लोगों ने कृषि ट्रांसफॉर्मर से तार डालकर बिजली जला रहे है। बिजली नहीं होने से गांव के अधिकतर क्षेत्र में अंधेरा पसरा रहता है। बिजली के कारण पानी की मोटरें नहीं चल पाती है। उन लोगों का कहना है कि तीन -तीन बिल का भुगतान कैसे करें इसलिए भुगतान नहीं कर रहे है। गांव में चार ट्रांसफॉर्मर है लेकिन खराब होने पर बदले नहीं गए है।
मेरे घर में तीन मीटर लगे है और एक मीटर पहले से ही लगा था। एक साल में अन्य कंपनी ने दो मीटर और लगा दिए है जिनके नाम का भी बिल मेरे नाम से रहा है। सर्विस नंबर अलग अलग है। एक नाम के तीन बिल आ रहे है।
लक्ष्मण प्रसाद – ग्रामीण
लक्ष्मण प्रसाद – ग्रामीण
एक से भी कनेक्शन नहीं, मीटर हैं तीन तीन मीटर लगे है एक से भी कनेक्शन नहीं है। आबादी ट्रॉसफॉर्मर से कनेक्शन नहीं है जिससे गांव में बिजली समस्या है। कई बार कंपनी को बताया गया है। लेकिन एक भी मीटर चालू नहीं है और बिल हर माह आ रहा है।
रामहेत सिंह, ग्रामीण
रामहेत सिंह, ग्रामीण
तीन मीटर जहां लगे हैं वह मुझसे मिले
&जहां एक घर में तीन मीटर लगे है उन लोगों को मेरे पास भेजों व्यवस्था सुधरवाई जाएगी और रिकॉर्ड मेंं देखकर एक ही बिल के बिजली बिल जनरेट करवाए जाएंगे। ठेकेदार द्वारा गलती हुई है और सर्विस नंबर अलग -अलग होने से बिल जनरेट हो सकता है। टारगेट पूरा करने को लेकर भी गलती होती है लेकिन ऐसा होता नहीं है फिर भी जांच करा कर जो रेकॉर्ड में उपभोक्ता का नमा दर्ज होगा उसी नाम से एक बिल को भिजवाया जाएगा।
जीएस लांबा,उपमहाप्रबंधक विद्युत कंपनी
&जहां एक घर में तीन मीटर लगे है उन लोगों को मेरे पास भेजों व्यवस्था सुधरवाई जाएगी और रिकॉर्ड मेंं देखकर एक ही बिल के बिजली बिल जनरेट करवाए जाएंगे। ठेकेदार द्वारा गलती हुई है और सर्विस नंबर अलग -अलग होने से बिल जनरेट हो सकता है। टारगेट पूरा करने को लेकर भी गलती होती है लेकिन ऐसा होता नहीं है फिर भी जांच करा कर जो रेकॉर्ड में उपभोक्ता का नमा दर्ज होगा उसी नाम से एक बिल को भिजवाया जाएगा।
जीएस लांबा,उपमहाप्रबंधक विद्युत कंपनी