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पंचायतों में नल जल योजना ठप, जल संकट से निपटने का प्लान तक नहीं

locationडबराPublished: Mar 25, 2019 04:13:24 pm

Submitted by:

Gaurav Sen

पंचायतों में नल जल योजना ठप, जल संकट से निपटने का प्लान तक नहीं

dabra nagar panchayat water tank yojna

पंचायतों में नल जल योजना ठप, जल संकट से निपटने का प्लान तक नहीं

डबरा. लोक यांत्रिकी विभाग ने ग्राम पंचायतों की पेयजल समस्या को देखते हुए नल जल योजना प्रोजेक्ट शुरू किया लेकिन ब्लॉक की 10 पंचायतों में आज भी यह योजना अधूरी पड़ी है। कहीं टंकी नहीं बनी है तो कहीं पाइप लाइन नहीं बिछाई गई है जिससे यहां के ग्रामीण खेतों में लगे ट्यूबवैल से पानी भरकर लाते हैं। गर्मियों के दिनों में हालात बिगड़ते है। जिसे लेकर अभी तक लोक यांत्रिकी विभाग ने कोई प्लान तैयार नहीं किया है।

जब भी जिला पंचायत या जनपद पंचायत की मीटिंग होती है तब अफसरों की ओर से सरपंचों व सचिवों समेत पीएचई महकमे के अफसरों को निर्देश दिए जाते हैं कि ग्राम पंचायतों में पेयजल की समस्या नहीं आना चाहिए। बावजूद इसके हर पंचायत की नल जल योजना ठप है।

ग्राम सरनागत में एक साल से नल-जल बंद है। वहां के निवासी उत्तमसिंह, सोनू, ग्यादीन, नरेश सिंह ने बताया कि गांव की आबादी करीब 4500 है और पांच हैंडपंप लगे है गर्मियों के दिनों में हालात बिगड़ते है। हैंडपंप से खारा पानी निकलने की वजह से खेत में लगे ट्यूबवैल से पानी भरकर लाते हेै। गांव में काफी समस्या है इसके बाद भी पंचायत ध्यान नहीं देती है।

ट्यूबवैल से भरकर लाते है पानी: ग्राम पंचायत बड़ेरा में हेमंत राणा, मीरेन्द्र जाट, पवन ने बताया कि उनके गांव में चार हैंडपंप चालू है खारा पानी निकलता है जो पीने योग्य नहीं है। जिस कारण गांव में जल संकट गंभीर है। गांव की आबादी करीब 3 हजार है। खेत में लगे ट्यूबवैल से पानी भरकर लाते है। पीएचई विभाग के एसडीओ संजीव गुप्ता के अनुसार कई पंचायतों में बोर होने के बाद भी नल जल योजना शुरू नहीं हो पाई हैं। जहां भी योजना शुरू होने की संभावना है जल्द शुरू कराएंगे। कुछ पंचायतों में बोर कराए जा रहे है। साथ ही विभाग एक मोबाइल वाहन शुरू करेगा।


छीमक पंचायत की पांच नंबर आदिवासी दफाई में नल जल योजना शुरू नहीं हो पाई है। बोरिंग हेै लेकिन टंकी नहीं बनी होने और लाइन नहीं डली होने की वजह से नल जल योजना शुरू नहीं हो पाई है। महाराजपुर आदिवासी दफाई में 8 साल से नल जल बंद है। बोर होने के बाद से न टंकी बनाई गई और ना ही पाइप लाइन बिछाई गई है। जिससे वहां के ग्रामीण दूर लगे हैंडपंपों से पानी भरकर लाते है। गुलियाई में 15 साल से नलजल योजना ठप है। जबकि टंकी बनी है और पाइप लाइन भी डली है लेकिन आज तक कनेक्शन नहीं होने से ग्रामीणों को आज भी जल संकट से जूझना पड़ रहा है। 6 नंबर आदिवासी दफाई में बोर हो चुका है लेकिन पाइप लाइन नहीं बिछी होने और टंकी निर्माण नहीं होने से नल जल शुरू नहीं हो पाई है। पीली कोठी आदिवासी दफाई में भी नल जल योजना बंद है दरअसल यहां टंकी तो बना दी गई है लेकिन पाइप लाइन नहीं डाले जाने की वजह से ठप है।

पंचायत आबादी हैण्डपंप बंद
सरनागत 4500 05 01
बड़ेरा 3000 06 02
छीमक 5500 20 08
भेगना 1500 07 03
सेखूपुर 1000 06 04
घरसोदी 2000 08 02
सेंतौल 1200 05 02

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