बैठक में एसडीएम ने सभी विभागों से बारिश पूर्व अपनी अपनी तैयारियां रखने के लिए दिशा निर्देश दिए। बैठक प्लाटून कमांडर होमगार्ड भी शामिल थे। जनपद सीईओ कुलदीप श्रीवास्तव से कहा कि बारिश के पूर्व गांवों में पंचायत सचिव, रोजगार सहयकों की मदद से मुनादी के माध्यम से प्रचार प्रसार कर लोगों को सचेत करें और चेतावानी दें कि बारिश के दौरान नदी किनारे न जाएं। साथ ही ग्राम पंचायत वार राहत बचाव दल का गठन किया जाए। पंचायतों में व्यापक प्रचार प्रसार किए जाने के निर्देश दिए गए है।
रपटें चिन्हित कर साइन बोर्ड लगवाएं – एसडीएम ने एसडीओ पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिए कि अनुविभाग में करियावटी सांखनी मार्ग, भगेह-जंगीपुर एवं बेरखेड़ा- भैंसनारी के मध्य बने रपटे, क्षेत्र के अन्य रपटें चिन्हित किए जाएं और वहां साइन बोर्ड लगाएं और बेरिकेडिंग का कार्य किया जाए।
नालों की सफाई कर निकास व्यवस्था कराएं – नगर पालिका सीएमओ को निर्देश दिए कि बारिश पूर्व शहर के सभी बड़े छोटे नालों की सफाई कराएं। जल भराव वाले स्थानों को चिन्हित कर, निकासी व्यवस्था की कराएं। शहर के निचली बस्ती नंदू का डेरा, समेत कई ऐसे स्थान है जहां बारिश के दौरान हालात बिगड़ते है। वहां पहले से निकास व्यवस्था कराई जाए। इसी प्रकार नगर परिषद पिछोर, बिलौआ के सीएमओ को निर्देशित किया है कि वे भी अपने क्षेत्रों के नालों की सफाई के साथ जल भराव वाले प्वाइंटों को चिन्हित कर निकास व्यवस्था करवाएं। जल संसाधन विभाग के एसडीओ को निर्देशित किया कि सालवई पिकअप वियर से पानी छोड़े जाने के दो दिन पूर्व सूचना दी जाए।
कंट्रोल रूम स्थापित – अतिवर्षा एवं बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए एसडीएम ने पुलिस थाना डबरा और राजस्व कार्यालय को कंट्रोल रूम बनाया है जिसके नंबर – 0724 – 220600 और 07524 -400100 है।
12 जून को मॉक ड्रिल – एसडीएम ने बताया कि अतिवर्षा एवं बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए सिंध नदी में 12 जून को बचाव संबंधी मॉक ड्रिल की जाएगी।