मरीजों की भीड़ लगी हुई थी और महज एक डॉक्टर जांच करता देखा गया। सुबह 9.20 बजे तक एक डॉक्टर को छोडक़र पदस्थ्य अन्य डॉक्टर सीबीएमओ समेत नहीं पहुंचे थे। जबकि समय सुबह 8 बजे का है। हाजिरी रजिस्टर में सुबह 9.20 बजे तक एके शर्मा, आशा सिंह, एसके गुप्ता, वीरेन्द्र गौड़, विजय पाठक, दयाराम सगर और दिलीप राजोरिया, स्वाती जैन समेत ६ से अधिक नर्सिंग स्टॉफ के हस्ताक्षर नहीं थे। हाजिरी रजिस्टर की कॉपी पत्रिका के कैमरें में केद है। ओपीड कक्ष की कुसी खाली थी। इस दौरान डे्रसिंग स्टाफ बोला कि 9.30 बजे से 10 बजे तक ही डॉक्टर आते है।
पत्रिका टीम शुक्रवार को सुबह 8.50 बजे सिविल अस्पताल पहुंची और9.20 बजे तक रही इस दौरान ओपीडी के लिए लाइन लगाकर पर्चा बनवा रहे थे और लगातार मरीजों की भीड़ बढ़ती गई। ओपीडी कक्ष में बिलौआ प्रभारी मिसुरिया बैठे थे और मरीजों की जांच करते देखे गए। जबकि सिविल अस्पताल में पदस्थ्य एक भी डॉक्टर नहीं आया था। डॉक्टरों के इसी रवैया को लेकर एसडीएम ने रजिस्टर कार्यालय में रखवाया था