राहगीर व ग्रामीण दौड़े
मंगलवार सुबह लुहारी घाट से रेत से ओवरलोड एक डंपर शीतला माता-चीनोर रोड पर ग्वालियर की ओर जा रहा था। डंपर जब सुबह सात बजे भागीरथपुरा गांव के पास नहर की पुलिया पर पहुंचा तभी तेजी के चलते डंपर अनियंत्रित होकर पलट गया। डंपर पलटते देख राहगीर व गांव के लोग दौड़ पडे।
मंगलवार सुबह लुहारी घाट से रेत से ओवरलोड एक डंपर शीतला माता-चीनोर रोड पर ग्वालियर की ओर जा रहा था। डंपर जब सुबह सात बजे भागीरथपुरा गांव के पास नहर की पुलिया पर पहुंचा तभी तेजी के चलते डंपर अनियंत्रित होकर पलट गया। डंपर पलटते देख राहगीर व गांव के लोग दौड़ पडे।
चालक व एक अन्य को निकाला बाहर
डंपर को चला रहा ड्राइवर नरेन्द्र बघेल और डंपर में सवार मोनू निवासी चिटौली भितरवार को मौके पर पहुंचे लोगों ने बाहर निकाला और घायल अवस्था में दोनों को अपनी बाइक से चीनोर के निजी चिकित्सक के पास ले गए। इसके बाद परिजनों को सूचना मिलने पर वे चिकित्सक के क्लीनिक पर पहुंचे और दोनों का उपचार कराया।
डंपर को चला रहा ड्राइवर नरेन्द्र बघेल और डंपर में सवार मोनू निवासी चिटौली भितरवार को मौके पर पहुंचे लोगों ने बाहर निकाला और घायल अवस्था में दोनों को अपनी बाइक से चीनोर के निजी चिकित्सक के पास ले गए। इसके बाद परिजनों को सूचना मिलने पर वे चिकित्सक के क्लीनिक पर पहुंचे और दोनों का उपचार कराया।
जानकारी नहीं दी, बमुश्किल नाम बताया
दुर्घटनाग्रस्त डंपर में अवैध रेत भरा था। डंपर पलटने और दो लोगों के घायल होने के बावजूद पुलिस को सूचना नहीं दी गई। डंपर चालक के कहने पर इलाज के लिए उन्हें सरकारी अस्पताल भी नहीं ले जाया गया। पूछने पर घायल डंपर चालक किसी भी प्रकार की जानकारी भी नहीं दे रहा था। बड़ी मुश्किल में उसने अपना नाम बताया।
दुर्घटनाग्रस्त डंपर में अवैध रेत भरा था। डंपर पलटने और दो लोगों के घायल होने के बावजूद पुलिस को सूचना नहीं दी गई। डंपर चालक के कहने पर इलाज के लिए उन्हें सरकारी अस्पताल भी नहीं ले जाया गया। पूछने पर घायल डंपर चालक किसी भी प्रकार की जानकारी भी नहीं दे रहा था। बड़ी मुश्किल में उसने अपना नाम बताया।
अवैध रूप से रेत से भरा था
पुलिस को सूचना दी जाती तो वह मौके पर पहुंचती और अवैध रेत भरा होने के कारण डंपर जब्त हो सकता था। इसलिए घायल ग्रामीणों के साथ गुपचुप तरीके से निजी चिकित्सक के यहां इलाज के लिए चले गए, क्योंकि दोनों को मामूली चोटें आईं थी।
पुलिस को सूचना दी जाती तो वह मौके पर पहुंचती और अवैध रेत भरा होने के कारण डंपर जब्त हो सकता था। इसलिए घायल ग्रामीणों के साथ गुपचुप तरीके से निजी चिकित्सक के यहां इलाज के लिए चले गए, क्योंकि दोनों को मामूली चोटें आईं थी।