इनसे किसी भी बड़े हादसे की आशंका बनती दिखाई दे रही है। खुले तार के कटिया डालकर भी लोग बिजली का उपयोग कर रहे है। इस ओर कंपनी के अधिकारियों का ध्यान नहीं है।
नगर की कमलेश्वर कॉलोनी में कन्या विद्यालय वाली गली में दोनों ट्रांसफॉर्मर के गेट टूटे होने से खुले है। गुरुनानक मार्केट के सामने मेन रोड पर डीपी बॉक्स खुला है। बुजुर्ग रोड पर लगे ट्रांसफॉर्मर की ऊंचाई भी मापदंड के अनुसार नहीं है और गेट टूटा है। गेट खुला पड़ा होने से खुले तार बाहर की ओर झांक रहे हेै।
इसी प्रकार गीता टॉकीज रोड पर भी डीपी बॉक्स खुला है। कई जगह तो लगाए गए डीपी बॉक्स बिना मापदंड के ही लगाए गए है जो कि हादसे का सबब बने है। इधर, बुजुर्ग रोड स्थित आदिवासी दफाई में लगे ट्रांसफॉर्मर से लोग कटिया डालकर विद्युत चोरी भी कर रहे है। दोनों ट्रांसफॉर्मर खुले पड़े है और कटिया डली है। लंबी दूरी तक तार डले देखे गए। दोनों ट्रांसफॉर्मर से कटिया के तारों का जाल दिखाई दे रहा है। इससे हादसे का डर बना है। ऐसे कई नजारें नगर की निचली बस्तियों में बने है।
कई क्षेत्रों में हाईटेंशन लाइन के तार लटक रहे – लड़ैयापुरा, रामननिवास कॉलोनी, हनुमानगंज डाणा क्षेत्र समेत कई इलाकों में हाइटेंशन लाइन के तार मापदंड के अनुसार काफी नीचे झूल रहे है। कई जगह तो एक मंजिला मकान की छत से पांच से छह फीट की ऊंचाई पर लटके है। कंपनी ने वहां गार्डनिंग लाइन तक नहीं बिछाई है जिससे रोज हादसे का डर बना है। वहां के लोगों ने बताया कि हम अकेेले बच्चों को छत पर नहीं जाने देते है। पूर्व में हाइटेंशन लाइन के तारों के करंट की चपेट में आने से कई हादसे हुए है।