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चार जिगरी दोस्तों की एक साथ उठी अर्थी तो बिलख पड़ा पूरा शहर, एक के सिर सजने वाला था सेहरा

locationडबराPublished: Dec 21, 2020 11:40:27 pm

जौरासी घाटी पर देर रात हुआ था हादसा, बदहवास हुए परिजन, जन्मदिन की पार्टी मनाकर लौट रहे थे

चार जिगरी दोस्तों की एक साथ उठी अर्थी तो बिलख पड़ा पूरा शहर, एक के सिर सजने वाला था सेहरा

चार जिगरी दोस्तों की एक साथ उठी अर्थी तो बिलख पड़ा पूरा शहर, एक के सिर सजने वाला था सेहरा

डबरा. जौरासी पर रविवार, सोमवार रात को सडक हादसे में चार दोस्तों की दर्दनाक मौत के बाद सोमवार को उनका अंतिम संस्कार किया गया। चारों जिगरी दोस्तों की अर्थियां लगभग एक साथ उठीं, इस दर्दनाक मंजर से डबरा में मातम रहा। सुबह लोग सोकर उठे तो हादसे की खबर ने उन्हें सन्न कर दिया। चारों जवान लडकों के शव अंतिम संस्कार के लिए रवाना हुए तो उनके परिजन बदहवास हो गए। उन्हें संभालना मुश्किल हो गया।
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चारों युवक एक दूसरे के बेहद करीबी थी। इनमें रविवार को नवजोत ढिल्लन का जन्मदिन और सोमवार को कार्तिक पालीवाल का जन्म दिन था। परिवार और मिलने वालों ने रविवार को दिन में नवजोत को लंबी उम्र की दुआएं और जन्मदिन की बधाई दी थीं। दोस्तों की टोली ने इसे सेलीब्रेट करने के लिए इस प्लानिंग से पार्टी का इंतजाम किया था कि नवजोत के साथ कार्तिक का बर्थ डे भी एडवांस सेलीब्रेट करेंगे।। शिवम खांगट के सिटी सेंटर फलैट पर पार्टी रखी थी चारों वहीं आए थे। दोस्तों की टोली ने दोनों साथियों के जन्मदिन पर जमकर धमाल किया था। रात को चारों मस्ती करते हुए वापस लौट रहे थे। परिजन से कहा था कि थोड़ी देर में डबरा पहुंच जाएंगे, लेकिन ग्वालियर से उनके रवाना होने के कुछ देर बाद ही परिवार को उनकी मौत की खबर मिली।
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परिजन वदहवास, बोले दुनिया उजड़ गई

चारों दोस्तों की मौत ने उनके परिवार को दहला दिया है। नवजोत ढिल्लन, कार्तिक पालीवाल, शिवम शर्मा और शिवम खांगट के माता पिता नहीं समझ पा रहे थे कि आखिर किसकी नजर उनके परिवार और इन दोस्तों को लग गई। हादसे का पता चलने पर उनके घर आने जाने वाले भी नहीं समझ पा रहे थे कि आखिर कैसे उनके परिवार को ढांढस बंधाया जाए। चारों के परिजन बिलखते हुए सिर्फ यही दुहाई दे रहे थे कि उनकी दुनिया उजड़ गई। बेटों को लेकर उनके अरमान खत्म हो गए। ऐसा क्या गुनाह किया था जिसकी यह सजा मिली है। नवजोत ढिल्लन के परिजन को हादसे के बाद ग्वालियर पहुंच गए थे। उन्होंने बेटे के शव का परीक्षण कराने से भी इंकार दिया था। उसके शव को रात में ही डबरा ले गए थे।
20 दिन पहले शहनाई, मातम में बदल गई खुशियां

मृतक शिवम शर्मा 30 के पिता राजेन्द्र लोक निर्माण विभाग में एसडीओ हैं। शिवम भी इसी महकमे में ठेकेदारी करता था। 20 दिन पहले शिवम के बडे भाई की शादी हुई थी। घर में नई बहू के आने की खुशियां थीं। परिवार की प्लानिंग थी कि एक बहू आ गई, शिवम की शादी भी जल्दी हो जाए तो दूसरी बहू आ जाएगी। दर्दनाक हादसे ने घर में शादी की खुशियों को मातम में बदल दिया।
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डेढ महीने बाद बंधना था सेहरा

नवजोत ढिल्लन के माता पिता का अरमान भी उसकी मौत के साथ खत्म हो गया। नवजोत खेती बाडी करता था। 15 फरवरी को उसकी बारात अशोकनगर जाना थी। बेटे की शादी की तैयारियों में माता पिता जुटे थे। उसकी शादी की खरीदारी और तैयारियों की प्लानिंग कर रहे थे। रात को जब बेटे की मौत का पता चला तो माता पिता सुधबुध खो गए। नवजोत के परिवार में उसका बडा भाई और बडी बहन इटली में हैं। छोटी बहन और नवजोत माता पिता के साथ रहते थे।
10 महीने पहले बना था दूल्हा

कार्तिक पालीवार पिता की मौत के बाद परिवार की जिम्मेदारी उठा रहा था। वह एलएनटी कंपनी इंदौर में डिवीजन में एरिया मैनेजर था। दो बहनों के बीच इकलौता बेटा था। लॉकडाउन से कुछ दिन पहले फरवरी में उसकी शादी हुई थी। उसकी मौत ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया। हादसे का पता चलने पर कार्तिक की मां और पत्नी बेहोश हो गईं।
बेटे से बोला था आ रहा हूं

शिवम खांगट खेतीबाडी के सामान का कारोबार करता था। धंधा उसके पिता का था, शिवम उनके साथ कारोबार करता था। करीब ढाई साल पहले उसकी शादी हुई थी। उसके डेढ साल का बेटा है। रात को ग्वालियर से डबरा रवाना होने से पहले उसने बेटे से फोन पर बात की थी, उससे कहा था कि थोडी देर में उसके पास पहुंच जाएगा। लेकिन बात करने के कुछ देर बाद उसकी मौत की खबर पत्नी को मिली। शिवम शर्मा, नवजोत, कार्तिक व शिवम खांगट की स्कूल से ही गहरी दोस्ती थी। चारों पहले मंगला स्कूल और इसके बाद संत कंवरराम स्कूल में एक साथ पढ़े हैं। चारों अक्सर साथ आते जाते थे ।
अज्ञात वाहन पर एक्सीडेंट का मामला दर्ज

रविवार शाम को चारों दोस्त कार से ग्वालियर दोस्तों की बथेर्ड पार्टी मनाने आए थे। यहां रात को वापस लौटते वक्त जौरासी घाटी पर वनचौकी के सामने पहुंचने पर उनकी कार अंनियंत्रित होकर सडक छोडकर खंदक में चली गई। कार चालने वाला स्टेयरिंग और ब्रेक पर काबू नहीं कर पाया। गाडी करीब 25 मीटर अंदर घुसकर पेड से टकराई और वहीं लटक गई। हादसे में तीन लोगों की वही मौत हो गई जबकि चौथे साथी ने अस्पताल पहुंचकर दम तोड दिया। परिजन ने पुलिस को बताया कि उनकी कार को किसी वाहन से टक्कर मारी थी इससे गाडी अनंकट्रोल हुई है। बिलौआ पुलिस ने हादसे में अज्ञात वाहन पर एक्सीडेंट का केस दर्ज किया है।
इनकी हुई मौत

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