शिक्षकों को निर्देश दिए गए हैं कि वह प्रतिदिन 5 पालकों एवं छात्रों से दूरभाष पर डिजिलेप कार्यक्रम के तहत भेजे गए वीडियो कंटेंट्स की चर्चा करेंगे और उन्होंने क्या सीखा इसके बारे में बात करेंगे। इसके अलावा शिक्षक स्वयं विद्यार्थी के घर जाकर उनका होमवर्क चेक कर रहे हैं। विद्यार्थियों को अभ्यास पुस्तकों का वितरण कर दिया गया है। अभ्यास पुस्तकों पर छात्रों द्वारा जो अभ्यास किए जा रहे हैं, उसमें यदि कोई गल्तियां होती हैं तो वह शिक्षक द्वारा वहां सुधार किया जा रहा है। हमारा घर हमारा विद्यालय कार्यक्रम के तहत गृह संपर्क करने के लिए पंजी का संधारण किया जा रहा है। बीआरसी धर्मेन्द्र पाठक द्वारा शिक्षकों के अलावा बीएसी एवं सीएसी को भी सप्ताह में 2 बार पालकों के घर जाकर छात्रों से संपर्क करने के निर्देश दिए हैं। बीआरसी के अनुसार इस कार्यक्रम की सघन मॉनिटरिंग की जाएगी। शिक्षकों द्वारा छात्रों के घर पहुंचने पर छात्रों में उत्साह देखने को मिला। गृह संपर्क से छात्रो की विषयगत कठिनाइयों का समाधान करने के प्रयास किए जा रहे हैं।