यह था मामला
पुलिस थाना करहिया के अंतर्गत आने वाले ग्राम खेड़ा टांका में खेतों में पानी देने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया जिसमें फरियादी रेख सीन पुत्र रतन सिंह कुशवाहा (35) वर्ष निवासी ग्राम खेड़ा काका द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि आरोपी गजराज सिंह बंटी कुशवाह हरि सिंह कुशवाह पप्पू कुशवाहा आदि ने खेत में पानी देते समय डंडों से हमला बोल दिया। इसमें मेरा भाई भीकम सिंह घायल हो गए हैं वहीं दूसरे पक्ष के लोग भी पुलिस थाना करहिया पहुंचे और दूसरे पक्ष पर मामला दर्ज कराया । जिसके चलते दोनों पक्षों के लोगों को शनिवार की रात्रि लगभग 10 बजे पुलिस थाना करहिया की पुलिस एमएलसी के लिए पहले चीनोर अस्पताल लेकर पहुंची जहां उन्हें कोई चिकित्सक नहीं मिला। इस पर बगैर एमएलसी के वापस लौटना पड़ा। तत्पश्चात दोनों पक्षों को लेकर एमएलसी के लिए पुलिस भितरवार सामुदायिक अस्पताल पर पहुंची तो ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ. पीएन शाक्य द्वारा एमएलसी करने से इंकार किया गया।
पुलिस थाना करहिया के अंतर्गत आने वाले ग्राम खेड़ा टांका में खेतों में पानी देने को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया जिसमें फरियादी रेख सीन पुत्र रतन सिंह कुशवाहा (35) वर्ष निवासी ग्राम खेड़ा काका द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि आरोपी गजराज सिंह बंटी कुशवाह हरि सिंह कुशवाह पप्पू कुशवाहा आदि ने खेत में पानी देते समय डंडों से हमला बोल दिया। इसमें मेरा भाई भीकम सिंह घायल हो गए हैं वहीं दूसरे पक्ष के लोग भी पुलिस थाना करहिया पहुंचे और दूसरे पक्ष पर मामला दर्ज कराया । जिसके चलते दोनों पक्षों के लोगों को शनिवार की रात्रि लगभग 10 बजे पुलिस थाना करहिया की पुलिस एमएलसी के लिए पहले चीनोर अस्पताल लेकर पहुंची जहां उन्हें कोई चिकित्सक नहीं मिला। इस पर बगैर एमएलसी के वापस लौटना पड़ा। तत्पश्चात दोनों पक्षों को लेकर एमएलसी के लिए पुलिस भितरवार सामुदायिक अस्पताल पर पहुंची तो ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ. पीएन शाक्य द्वारा एमएलसी करने से इंकार किया गया।
पुलिस थाना करहिया से एमएलसी लेकर आया पुलिसकर्मी सत्यवान सिंह एमएलसी के संबंध में बीएमओ डॉ. यशवंत शर्मा के पास पहुंचे तो उन्होंने ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ.शाक्य को निर्देश दिए एमएलसी करने के लेकिन उक्त चिकित्सक द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारी का आदेश नहीं माना गया और एमएलसी करने से इंकार कर दिया । ना होने की स्थिति में उक्त आरक्षक द्वारा एसडीओपी भितरवार को सूचना दी जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराया गया तब जाकर रात्रि लगभग 1.5 बजे एमएलसी चिकित्सक द्वारा की गई । इस दौरान पीडि़त दर्द से कराहते रहे लेकिन उनके दर्द पर मरहम लगाने के लिए कोई चिकित्सक सामने नहीं आया ।
आए दिन होते हैं विवाद
भितरवार सामुदायिक अस्पताल का एक अनोखा अकेला मामला नहीं है यहां आए दिन एमएलसी कराने आने वाले लोगों को कई बार तो डबरा एमएलसी कराने के लिए जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। इस दौरान एमएलसी कराने आए आरक्षक सत्यवान सिंह ने बताया कि रात 1.5 बजे एमएलसी करने के बाद उक्त चिकित्सक द्वारा मेडिकल फार्म पर समय 11.05 डाला गया है ।
भितरवार सामुदायिक अस्पताल का एक अनोखा अकेला मामला नहीं है यहां आए दिन एमएलसी कराने आने वाले लोगों को कई बार तो डबरा एमएलसी कराने के लिए जाने के लिए मजबूर होना पड़ता है। इस दौरान एमएलसी कराने आए आरक्षक सत्यवान सिंह ने बताया कि रात 1.5 बजे एमएलसी करने के बाद उक्त चिकित्सक द्वारा मेडिकल फार्म पर समय 11.05 डाला गया है ।
तीन घंटे बाद एमएलसी
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एमएलसी नहीं किए जाने की शिकायत मिली थी। वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देकर पीडि़तों की तीन घंटे बाद एमएलसी करा दी गई है।
दिलीप जोशी, एसडीओपी भितरवार
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एमएलसी नहीं किए जाने की शिकायत मिली थी। वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना देकर पीडि़तों की तीन घंटे बाद एमएलसी करा दी गई है।
दिलीप जोशी, एसडीओपी भितरवार
आदेश के बाद ही कराई एमएलसी
करहिया क्षेत्र की एमएलसी चीनोर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में होना चाहिए। हमारे पास सीएमएचओ के आदेश है कि करहिया क्षेत्र की एमएलसी चीनोर अस्पताल में की जाएगी और भितरवार क्षेत्र की सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में।हम तो आदेशका पालन कर रहे थे। इसके बावजूद भी एमएलसी की।
डॉ. पीएन शाक्य, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भितरवार
करहिया क्षेत्र की एमएलसी चीनोर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में होना चाहिए। हमारे पास सीएमएचओ के आदेश है कि करहिया क्षेत्र की एमएलसी चीनोर अस्पताल में की जाएगी और भितरवार क्षेत्र की सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में।हम तो आदेशका पालन कर रहे थे। इसके बावजूद भी एमएलसी की।
डॉ. पीएन शाक्य, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भितरवार