करीब 18 घंट तक जाम लगा रहा। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयराज कुबेर के पहुंचने पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। संबंधित क्रेशर मालिक द्वारा नगद 6 लाख रुपए दिए जाने और रेडक्रॉस सोसायटी से दो लाख रुपए दिलाए जाने के आश्वासन के बाद जाम खुला।
25 लाख रुपए दिलाए जाने की मांग के साथ क्रेसर मालिक के खिलाफ एफआईआर की कार्रवाई की जाए, मांग को लेकर चक्काजाम किया गया। इधर, क्रेशर मार्केट से गिट्टी का परिवहन कार्य प्रभावित हुआ और अनेक गांवों से आने वालों वाहनों की कतार लग गई। दिनभर जाम लगा रहा। सूचना मिलने पर एसडीएम प्रदीप शर्मा, एसडीओपी विवेक शर्मा, तहसीलदार एवं बिलौआ थाना प्रभारी समेत पुलिस बल पहुंचा। काफी समझाइश दी गई लेकिन मानने को तैयार नहीं हुए। एडीशनल एसपी के आने के बाद वे माने।
बेल्ट साफ करते समय चली मशीन, फंसने से मौत
मेघसिंह कुशवाह (46) पुत्र रामचरण कुशवाह जो कि भोलेनाथ क्रेशर पर काम कर रहा था। यह क्रेशर रिंकू परमार का बताया गया है। काम करने के दौरान रविवार को देर शाम क्रेशर के बेल्ट में मशीन के अचानक चालू होने पर वह फंस गया और इस दौरान उसका पूरा शरीर जख्मी हो गया। साथी मजदूर ने मशीन को बंद किया और उपचार के लिए सीधे वे ग्वालियर ले गए। जहां करीब दो घंटे बाद उसकी मौत हो गई। मौत के बाद से आक्रोशित लोगों ने देर रात में ही जाम लगा दिया था। इधर, परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है।
बताते है कि जब तक उनकी सुनवाई नहीं हुई और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे तब उन्होंने सीएम समेत कलेक्टर और एसपी के पुतले के साथ प्रदर्शन किया। प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए। इस दौरान पुलिस बल तैनात रहा।
आए दिन बिलौआ क्रेशर मार्केट में इस तरह की घटनाएं होती है लेकिन कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर कोई प्रयास नहीं किए गए है। आए दिन हादसे के बाद भी प्रशासन की लापरवाही बनी है। प्रशासन भी मुआवजा दिलवाकर पल्ला झाड़ लेती है।
प्रदीप शर्मा, एसडीएम, डबरा