मुख्य मार्ग पर फल लगाने वाले कई ठेले वालों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है। पत्रिका ने जब जांच पड़ताल की तो कई दुकानदारों ने इस बात को कबूल किया कि उन्होंने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवाई है। उनसे पूछा गया कि क्यों नहीं लगवाई तो कुछ ठेले वालों ने कहा कि वे बीमार हो गए थे इस कारण नहीं लगवाई, कुछ ने कहा कि वैक्सीन लगवाने से बुखार आ रहा है और जिस कारण ठेला कौन लगाएगा। फिलहाल कई ठेले वालों समेत कई दुकानदार भी वैक्सीन को लेकर गंभीर नहीं है। जिससे ठेले वालों में वैक्सीन को लेकर जागरूकता का अभाव है।
जबकि योगा दिवस के दिन 21 जून को महाअभियान के तहत कई शिविर लगाए गए, बाजार में मोबाइल वैन भी चलाई गई इसके बाद भी कई लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है। ऐसे में यह ठेले वाले, होटल-रेस्ट्रोरेंट वाले एक दूसरे को संक्रमण बांट रहे हेै। नियमा के अनुसार पैकिंग करने की अनुमति दी गई थी। होम डिलेवरी की सुविधा दी गई है लेकिन यह चाट ठेले वाले और रेस्ट्रारेंट में लोग पहुंचकर खाना पीना करने लगे है। जिससे बाजार खोलने के नियम पूरी तरह से हवा में उड़ा दिए गए है। वर्तमान में कोई भी नियमों का पालन नहीं कर रहा है।