पांच साल का कार्यकाल खत्म होने के बाद तीन साल के इंतजार के बाद नगरीय निकाय चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई है। त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव की प्रक्रिया दिसंबर 2021 में पूरी हो गई थी। उम्मीदवारों ने नामांकन फॉर्म भी जमा कर दिए थे। लेकिन किसी कारणवश चुनाव केंसिल किए गए है। अब चुनाव को लेकर फिर से उत्साह बना है, चुनाव लडऩे के इच्छुक सोशल साइट पर उम्मीदवारी दिखा रहे है।
68 पंचायतें हैं डबरा में
डबरा में 68 पंचायतें है जिसमें 68 सरपंच के लिए 25 जनपद सदस्य एवं 1152 पंच एवं जनपद अध्यक्ष के लिए चुनाव होगा। 2014 में हुए त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव में 221 मतदान केन्द्र थे। आगामी होने वाले चुनाव के लिए तीन मतदान केन्द्र और अतिरिक्त बनाए गए है।
अब 224 मतदान केन्द्र हो गए है। इधर, 2014 की तुलना में मतदाता संख्या में भी इजाफा हुआ हेै। 2014 में मतदाता संख्या 1.3 लाख थी। लेकिन इस बार मतदाता संख्या 1 लाख 22 हजार 884 है। हालांकि अभी मतदाता संख्या घट बढ़ सकती है।
वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को पंचायत चुनाव करने के लिए मतदान की तिथि घोषित कर दी गई है, जिसके तहत 30 मई से ही नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी, वहीं 25 जून से मतदान का प्रथम चरण शुरू होगा, 14 जुलाई को परिणाम घोषित हो जाएंगे, वहीं इसे लेकर आचार संहिता लागू हो गई है।
तीन चरण में होंगे मतदान
मध्यप्रदेश में तीन चरण में पंचायत चुनाव होंगे, जिसके तहत 10 जून को चुनाव चिन्हों का आंवटन किया जाएगा, वहीं नाम वापसी की तारीख भी 10 जून ही ही रहेगी। उम्मीद्वार 30 मई से ही नामांकन फार्म भर सकेंगे, जिसकी अंतिम तिथि 6 जून रहेगी। इसके बाद प्रथम चरण के मतदान 25 जून को शुरू होंगे, 1 जुलाई को दूसरा चरण और 8 जुलाई को तीसरा चरण का मतदान होगा, पंचायत चुनाव के परिणामों की घोषण 14 जुलाई को हो जाएगी।
मतपत्रों के जरिये मतदाता चुनेंगे अपने प्रतिनिधि
चुनाव में मतदाता मतपत्रों के जरिये अपने प्रतिनिधि चुनेंगे। राज्य निर्वाचन आयोग ने पंच के लिए सफेद, सरपंच के लिए नीला, जनपद सदस्य के लिए पीला और जिला पंचायत सदस्य के चुनाव को गुलाबी मतपत्र निर्धारित किया है। इसके साथ ही मतदान कराने वाले पीठासीन अधिकारियों के लिए 135 प्रकार की सामग्री तैयार कराई जाएगी।
मतपत्र छापने का काम कोषालय के माध्यम से कराया जाएगा। जबकि सामान्य सामग्री स्थानीय निर्वाचन विभाग तैयार कराएगा। निर्वाचन विभाग के अधिकारियों के अनुसार कुल मतदाता संख्या से दस फीसदी अधिक मतपत्र छपवाए जाने की संभावना है।