मंत्री ने इस दौरान अस्पताल की साफ सफाई के साथ पिछले दिनों डिलेवरी के पेंडिंग केसों के बारे में जानकारी ली। इस दौरान ली गई शासकीय बैठक में जिला ग्रामीण अध्यक्ष ने स्वास्थ्य अधिकारियों की क्लास ली और कहा कि जल्द व्यवस्थाओं में सुधार लाएं। पिछले दिनों 24 सितंबर को ली गईबैठक में जो निर्देश दिए गए थे क्या सुधार हुआ है उसका फॉलोअप लिया गया।
इस दौरान हुई बैठक में क्लास लेते हुए कांग्रेस जिला ग्रामीण अध्यक्ष मोहन सिंह राठौर ने सीबीएम से जानकारी मांगी तो वे पोर्टल पर एंट्री की बात कहकर स्पष्ट जबाव नहीं दे पाए कि कितनी संख्या में प्रसूता सहायता राशि के प्रकरण का निराकरण हो चुका है। बैठक में एसडीएम राघवेन्द्र पांडे, सीएमएचओ मृदुल सक्सेना आदि उपस्थित थे।
स्पेशल वार्ड के कक्षा खाली कराएं स्वास्थ्य कर्मचारी आरके शर्मा और एक्स-रे टेक्निीशियन हरदयाल शिवहरे के संंबंध में अभी तक क्या एक्शन हुआ है। इस पर सीबीएमओ ने कहा कि दोनों को चेतावनी दी गई है। जिला ग्रामीण अध्यक्ष ने 25 अक्टूबर तक समय दिया है। बैठक में अलग-अलग ओपीडी शुरू किए जाने को लेकर सीबीएमओ ने कक्ष का अभाव बताया तब कुछ लोगों ने कहा कि स्पेशल वार्ड बना है जहां चार रूम है जिसका उपयोग स्टोर के लिए किया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि स्टोर के लिए अलग जगह चिन्हित की जाए ओैर उन कक्षों को खाली कराएं। जिसके लिए पांच दिन का समय दिया गया है।
आईसीयू मशीन की खरीदी को लेकर अटकी सूई बैठक में आईसीयू के लिए खरीदी गई मशीनों को लेकर बार-बार सूई अटक रही है। 24 सितंबर को भी मशीन की खरीदी को लेकर मुद्दा उठा था। केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र तोमर ने आईसीयू के लिए 50 लाख रुपए स्वीकृत किए थे। लेकिन खरीदी गई मशीनों की कीमत 20 लाख रुपए है। मंत्री का कहना है कि 30 लाख रुपए कहां गए है। हालांकि इस संबंध में कुछ दिन पहले मिलान भी किया गया जिसमें जो मशीन उपलब्ध है उनकी दस्तावेज में मिलान करने पर 20 लाख रुपए की मशीनें हेै। जिसे लेकर जिला ग्रामीण अध्यक्ष ने कहा पता लगाएं कि शेष राशि किस फंड में रह गई है या फिर राशि लैप्स हो गई है क्या।