थाना प्रभारी समेत जवान कूदे
पनडुब्बी निकालने पुलिस के दबाव के चलते पनडुब्बियों को छोडक़र माफिया भाग खड़े हुए। इन पनडुब्बियों को निकालने के लिए थाना प्रभारी यशवंत गोयल समेत पुलिस के जवानों को नदी में कूदना पड़ा। रस्से से एक-एक कर पनडुब्बियों को बांधकर घाट पर खड़े जवानों ने खींचकर निकाला। थाना प्रभारी व कुछ जवानों ने पानी में खड़े होकर रस्से से पनडुब्बी को खींचा।
पनडुब्बी निकालने पुलिस के दबाव के चलते पनडुब्बियों को छोडक़र माफिया भाग खड़े हुए। इन पनडुब्बियों को निकालने के लिए थाना प्रभारी यशवंत गोयल समेत पुलिस के जवानों को नदी में कूदना पड़ा। रस्से से एक-एक कर पनडुब्बियों को बांधकर घाट पर खड़े जवानों ने खींचकर निकाला। थाना प्रभारी व कुछ जवानों ने पानी में खड़े होकर रस्से से पनडुब्बी को खींचा।
लॉकडाउन में भी नहीं रुका खनन
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते दो महीने से ज्यादा समय तक लॉकडाउन रहा। सभी तरह के काम-धंधे बंद थे। किसी को भी घर से निकलने नहीं दिया जा रहा था। प्रशासन और पुलिस हर तरफ मुस्तैद थी। इसके बावजूद खनन का खेल नहीं रुका। सिंध के रेत घाटों पर धड़ल्ले से अवैध खनन जारी रहा। प्रशासन और पुलिस की करोना को लेकर व्यस्तता का फायदा रेत माफिया ने उठाया।
कोरोना वायरस संक्रमण के चलते दो महीने से ज्यादा समय तक लॉकडाउन रहा। सभी तरह के काम-धंधे बंद थे। किसी को भी घर से निकलने नहीं दिया जा रहा था। प्रशासन और पुलिस हर तरफ मुस्तैद थी। इसके बावजूद खनन का खेल नहीं रुका। सिंध के रेत घाटों पर धड़ल्ले से अवैध खनन जारी रहा। प्रशासन और पुलिस की करोना को लेकर व्यस्तता का फायदा रेत माफिया ने उठाया।
लोहारी घाट पर पुलिस ने तोड़े रेत माफिया के रैम्प
उधऱ भितरवार क्षेत्र में भी सिंध नदी के लोहारी घाट पर मंगलवार को भितरवार थाना प्रभारी डॉ. संतोष यादव के नेतृत्व में अवैध उत्खनन के खिलाफ कार्रवाई की गई। हालांकि पुलिस को पनुडब्बी तो नहीं मिली लेकिन उत्खनन में उपयोग होने वाले सामान को पुलिस ने जब्त कर नष्ट कराया। रेत माफिया द्वारा बनाए गए कुछ रैम्पों को भी नष्ट कराया। यहां करीब एक सैकड़ा रैम्प माफिया ने बना रखे हैं। थाना प्रभारी ने ग्रामीणों से कहा कि अगर आपको रेत का अवैध उत्खनन होते दिखे तो तुरंत मुझे सूचना दें। किसी भी कीमत पर रेत उत्खनन नहीं होने दिया जाएगा।
उधऱ भितरवार क्षेत्र में भी सिंध नदी के लोहारी घाट पर मंगलवार को भितरवार थाना प्रभारी डॉ. संतोष यादव के नेतृत्व में अवैध उत्खनन के खिलाफ कार्रवाई की गई। हालांकि पुलिस को पनुडब्बी तो नहीं मिली लेकिन उत्खनन में उपयोग होने वाले सामान को पुलिस ने जब्त कर नष्ट कराया। रेत माफिया द्वारा बनाए गए कुछ रैम्पों को भी नष्ट कराया। यहां करीब एक सैकड़ा रैम्प माफिया ने बना रखे हैं। थाना प्रभारी ने ग्रामीणों से कहा कि अगर आपको रेत का अवैध उत्खनन होते दिखे तो तुरंत मुझे सूचना दें। किसी भी कीमत पर रेत उत्खनन नहीं होने दिया जाएगा।
वर्सन टीआई को गुप्त सूत्रों से पता चला कि बेलगढ़ा रेत खदान पर पनडुब्बियों से अवैध उत्खनन किया जा रहा है। टीआई ने तत्काल सिटी फोर्स के साथ स्वयं की मौजूदगी में पांच पनडुब्बी व दो ट्रैक्टर—ट्रॉलियों को मौके से बरामद किया। रेत माफिया नदी में कूदकर भाग निकले।
उमेश तोमर, एसडीओपी, डबरा
उमेश तोमर, एसडीओपी, डबरा