एक दिन पूर्व मंदिरों के आसपास साफ सफाई के साथ सजावट की गई थी। दर्शन के लिए महिलाओं को परेशान न होना पड़े इसलिए मंदिरों पर पुरुषों और महिलाओं की अलग व्यवस्था की गई है। मंदिर के गर्भगृह में पुरुष और महिलाएं अलग लाइन में लगकर प्रवेश कर रहे है। मंदिरों के बाहर प्रसाद समेत भोले बाबा का प्रिय बेलपत्र, धतूरे के फूल फल, बेल, फूल आदि की दुकानें लगी हुई है जहां भक्तों की भीड़ बाबा को अर्पित करने के लिए सामग्री खरीद रही है।
शहर के प्राचीन वनखंडेश्वर मंदिर पर रात दो बजे से ही कांवरे चढ़ाने क्रम शुरू हो गया था। इसके साथही श्रद्धालु भी पहुंचना शुरू हो गए थे। चूंकि रात में ज्यादा भीड़ न होने के कारण लोग आसानी से दर्शन के साथ पूजा अर्चना कर रहे थे। लेकिन अलसुबह श्रद्धालुओं की भीड़ लगना शुरू हो गई। जैसे-जैसे समय आगे खिसका और सूर्यदेव उदय हुए भक्तों की कतार भी लंबी होती गई। लोग हाथों में अभिषेक के लिए जल-दूध और पूजन सामग्री लिए हुए भोले बाबा के जयकारे लगा रहे है । मंदिर के अंदर लोग जलाभिषेक कर भोले को प्रसन्न करने में जुटे हैं वहीं कंवारिए भी गंगा जी से लाए गए जल को भोलेबाब को अर्पित कर मनोकामना पूरी होने की अर्जकर रहे हैं।
इसी तरह भितरवार के प्राचीन धूमेश्वर मंदिर पर भी भगवान भोले शंकर की आराधना करने के लिए लोगों की भीड़ जुट रही है। बता दें कि धूमेश्वर मंदिर पर सालों से शिवरात्रि पर्वपर मेले का आयोजन होता आ रहा है। मेले की तैयारियां कुछ दिन पहले से ही शुरू कर दी गईथी। शिवरात्रि पर जहां लोग भक्ति करने आ रहे हैं साथ ही मेले का भी आनंद ले रहे हैं।
मेले में विभिन्न तरह खेल तमाशे के साथही बाहर की दुकानें आई हैं जहां ग्रामीण जनता खरीदारी कर रही है। मंदिर पर सुरक्षा के लिए पुलिस भी तैनात की गई है। यहां रात से ही कंवरें चढ़ाने क्रम शुरू हो गया था। इस मंदिर पर सर्वाधिक कांवरें भक्तों द्वारा चढ़ाईजाती हैं। भितरवार के गोलेश्वर मंदिर का नजारा भी इसी तरह का है। यहां भी शहरी क्षेत्र से काफी संख्या में श्रद्धालु जिसमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं शंकरजी को प्रसन्न करने के लिए दर्शन करने आए हैं। यहां भीि दर्शन के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। लाइन से भक्तों को मंदिर के अंदर प्रवेशकराया जा रहा है। किसी तरह की कोईअव्यवस्था न हो इसके लिए मंदिर प्रबंधन समिति के सदस्य समेत पुलिस के जवान व्यवस्था को बनाने में जुटे हैं।
बिलौआ में भी शिवजी की भक्ति की लिए भक्तों की भीड़ काफी लगी हुई है।
यहां एक ही मंदिर में शिवजी के 12 ज्योर्तिलिंग बिराजित है इसलिए बिलौआ ही नहीं गांव से बड़ी संख्या में श्रद्धालु भोले बाबा के दर्शनों के लिए आए हैं। पहले दर्शनों के लिए भक्तों में होड़ सी लगी है। लोग कतार में लगकर बाबा की एक झलक पाने के लिए उत्सुक हैं। महिलाएं नग्न पैर हाथों में जल कलश व पूजन सामग्री लिए हुए मंदिर में प्रवेश करने के लिए इंतजार कर रही है। मंदिर के अंदर से भक्त भोले बाबा के जयकारें लगा रहे हैं तो लाइन में लगे भक्त बाहर से ही जयकारें लगा रहे हैं।