देश में पिछले 42 दिनों से लॉकडाउन चल रहा है। इस दौरान सरकार लोगों से सोशल डिस्टेंस और सावधानी बरतने को लेकर लगातार जागरूक कर रही है। 3 मई के बाद 17 मई तक 14 दिन के लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू हो गया है। इसमें भी उन्हीं नियमों को पालन करने का हवाला दिया गया है लेकिन ये तीसरे चरण में नजर नहीं आ रहा है। लोग बाजारों में खुलेआम निकलकर भीड़ का हिस्सा बन रहे हैं।
4 मई से लॉकडाउन का तीसरा चरण कुछ राहत के साथ प्रारंभ हुआ। इसी का फायदा उठाते हुए लोग घरों से निकलना शुरू हो गये है। इस वजह से मुख्य बाजार में आम जनता की भीड़ नजर आने लगी। वहीं सुबह-सुबह लगने वाली सब्जी मंडियों में भी लोग पहुंच रहे हैं और शारीरिक दूरी के नियम का खुलेआम मखौल बना रहे है। लॉकडाउन के तीसरे चरण में किराना दुकानों को 17 मई तक सुबह 8 से दोपहर 2 बजे तक खोलने का समय निर्धारित किया गया है। वहीं इसकी आड़ में अन्य दुकानें भी खुलना शुरू हो गई है। जबकि देखा जाए तो कोरोना संक्रमण खतरा अभी खतरा देश या प्रदेश से टला नहीं है।
नहीं हो रहा मास्क और सेनेटाइजर का उपयोग
लॉकडाउन का तीसरा चरण सोमवार से जैसे ही शुरू हुआ वैसे ही लोगों ने घरों से निकलना शुरू किया। न तो ये लोग मास्क पहन रहे और न ही सेनेटाइजर का उपयोग कर रहे है। नगर के अंदर दुकानदारों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान खोल लिए हैं। इन्हें हिदायत दी गई थी कि ये अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या को कम रखेंगे और शारीरिक दूरी का पालन करते हुए मास्क भी पहनेंगे। इसके बावजूद इस तरह के नियमों की खुलेआम अनदेखी की जा रही है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो संक्रमण का खतरा इतना बढ़ जाएगा कि उसे संभालना मुश्किल हो जाएगा।
लॉकडाउन का तीसरा चरण सोमवार से जैसे ही शुरू हुआ वैसे ही लोगों ने घरों से निकलना शुरू किया। न तो ये लोग मास्क पहन रहे और न ही सेनेटाइजर का उपयोग कर रहे है। नगर के अंदर दुकानदारों ने अपने-अपने प्रतिष्ठान खोल लिए हैं। इन्हें हिदायत दी गई थी कि ये अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों की संख्या को कम रखेंगे और शारीरिक दूरी का पालन करते हुए मास्क भी पहनेंगे। इसके बावजूद इस तरह के नियमों की खुलेआम अनदेखी की जा रही है। यदि ऐसा ही चलता रहा तो संक्रमण का खतरा इतना बढ़ जाएगा कि उसे संभालना मुश्किल हो जाएगा।