केस.1.- राजू चौरसिया ने बताया कि उसने योजना के तहत पंजीयन कराया था लेकिन लोन नहीं मिला है। उसने बताया कि नगर परिषद से लोन सेंसन होने की सूचना आई थी संबंधित बैंक ने भुगतान का समय 30 दिन दिया था। लेकिन 6 माह बीतने के बाद भी लोन की राशि उनके खाते में नहीं पहुंची है।
केस.2.- नंदलाल ने बताया कि वह सब्जी की दुकान लगाता है लॉकडाउन के दौरान समस्या आई। केन्द्र सरकार ने स्वनिधि योजना के तहत उसने 10 हजार रुपए का लोन के लिए आवेदन दिया था। योजना के तहत नाम पंजीयन कराया था। लेकिन अभी तक लाभ नहीं मिला। जिससे उसे योजना के तहत आर्थिक मदद नहीं मिली।
इनकी सुनें- नगर परिषद में आए सभी प्रकरणों को लोन के लिए बैंक भेजे गए। वहां से लोन पास नहीं हुए है इस संबंध में जानकारी नहीं है। कोई लिखित शिकायत नहीं आने पर बैंक से कोई पत्र व्यवहार नहीं किया गया।
चंद्रेश कुशवाह – बाबू- नगर परिषद बिलौआ
इनकी सुनें- नगर परिषद में आए सभी प्रकरणों को लोन के लिए बैंक भेजे गए। वहां से लोन पास नहीं हुए है इस संबंध में जानकारी नहीं है। कोई लिखित शिकायत नहीं आने पर बैंक से कोई पत्र व्यवहार नहीं किया गया।
चंद्रेश कुशवाह – बाबू- नगर परिषद बिलौआ
नगर परिषद ने प्रकरण भेजे थे लेकिन राजू चौरासिया जैसे कई लोगों के लोन प्रकरण पोर्टल पर शो नहीं हो रहे है। इस वजह से प्रकरण स्वीकृत नहीं हुआ है। नगर परिषद फिर से ऐस प्रकरणों को दोबार पोर्टल पर अपलोड करके भेजे तो प्रकरण को दोबारा जांच कर लोन स्वीकृत कर दिया जाएगा।