ग्राम मस्तूरा में कुछ गरीब परिवार ऐसे हैं जिनके पास बीपीएल कार्ड नहीं है। ये परिवार मेहनत मजदूरी कर रोज कमाते खाते हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते इन परिवारों की दिहाड़ी छिन गई है।
ये परिवार खाने के लिए मोहताज हो गए थे। यह जानकारी गांव के कुछ युवाओं को लगी तो उन्होंने आपस में पैसा एकत्रित किया और करीब 10 परिवारों में सदस्यों के हिसाब से आटा, दाल, तेल समेत मसाले पहुंचाए ताकि ये गरीब भूखे न रहें।
इन युवाओं में अखिल भारतीय कोरी कोली समाज एकता संघ युवा विंग के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ दीपक शाक्य, अरुण शाक्य, नरेन्द्र सिंह जाट, सोबरन सिंह जाट, बन्ने खान, रवि शाक्य शामिल हैं।