जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता एमपी कोरी ने बताया कि मड़ीखेड़ा बांध से शाम तक आठ गेट खोले जा चुके है। डैम के लेबल को बराबर करने के लिए ६५ हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। मड़ीखेड़ा बांध से पहले मोहनी सागर पिकअप में पानी पहुंंचेगा। उसके बाद पिकअप से सिंध नदी में और हरसी फीडर से हरसी बांध में पानी छोड़ा जाएगा। हरसी बांध में शुक्रवार को शाम से ही पानी छोड़ा जाना शुरू कर दिया था। वर्तमान में डैम का जल स्तर ३४४.७ मीटर है। जबकि डैम की क्षमता ३४६.२० मीटर है।
मोहनी सागर पिकअप से हरसी बांध में भी १०.५९ से अधिक क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। शुक्रवार शाम को पहले दिन ७०० क्यूसेक पानी छोड़ा गया था। ६५ हजार क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण और मोहनी सागर पिकअप का जल स्तर बढऩे से हरसी बांध में भी पानी की क्षमता को बढ़ाया गया है। शुक्रवार को सुबह तक हरसी बांध में ७३.८० एमसीएम पानी भरा था और बांध करीब ३८ फीसदी भरा था जो कि काफी कम था। शुक्रवार को शाम को हरसी बांध भी जल स्तर बढ़ गया है। साथ ही मोहनी सागर पिकअप का भी जल स्तर बढ़ गया है।
इन गांवों को प्रशासन ने किया सतर्क
देर रात तक सिंध नदी में उफान आने की संंभावना को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने नदी किनारे गांवों को हाइ अलर्ट कर दिया है। डबरा में सिंध नदी के किनारे लगे गांव चांदपुर, रायपुर, अरुषी, बेलगढ़ा, गिजौरा से लगे गांव, पाली, सुनारी, आदि गांव आते है। इधर, भितरवार में धूमेश्वर धाम से निकली सिंध नदी में जल स्तर बढ़ गया है। देर शाम लोगों ने पहुंचकर नाजार भी देखा और मस्ती करते दिखे।
देर रात तक सिंध नदी में उफान आने की संंभावना को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने नदी किनारे गांवों को हाइ अलर्ट कर दिया है। डबरा में सिंध नदी के किनारे लगे गांव चांदपुर, रायपुर, अरुषी, बेलगढ़ा, गिजौरा से लगे गांव, पाली, सुनारी, आदि गांव आते है। इधर, भितरवार में धूमेश्वर धाम से निकली सिंध नदी में जल स्तर बढ़ गया है। देर शाम लोगों ने पहुंचकर नाजार भी देखा और मस्ती करते दिखे।
सचिव, पटवारी को दिए निर्देश
तहसीलदार नवनीत शर्मा ने बताया कि इन गांवों को हाई अलर्ट कर दिया है। सचिव, कोटवार पटवारी को सतत मॉनीटरिंग बनाए रखने के निर्देेश दिए गए है। इस संबंध में मुनादी पिटवाकर सूचना पहुंचा दी गई है कि कोई भी नदी किनारें नहीं जाए। डबरा क्षेत्र में रात ११ बजे तक नदी में पानी आने की संभावना बताई है।
तहसीलदार नवनीत शर्मा ने बताया कि इन गांवों को हाई अलर्ट कर दिया है। सचिव, कोटवार पटवारी को सतत मॉनीटरिंग बनाए रखने के निर्देेश दिए गए है। इस संबंध में मुनादी पिटवाकर सूचना पहुंचा दी गई है कि कोई भी नदी किनारें नहीं जाए। डबरा क्षेत्र में रात ११ बजे तक नदी में पानी आने की संभावना बताई है।
धान के लिए हरसी से सिंचाई
डबरा में अभी तक बारिश ३९६.४ एमएम हो चुकी है। इससे भी जल स्तर बढ़ गया है। कृषि विभाग के मुताबिक धान की रोपाई १९ हजार हैक्टेयर में हो चुकी है। डबरा में १९ हजार हैक्टेयर रकवा का लक्ष्य दिया गया था। जिसे पूरा कर लिया है। अभी भी रोपाई कार्य जारी है। हरसी बांध में पानी आने से बांध का जल स्तर बढ़ गया है। बांध में पानी आने से धान को जीवनदान मिलेगा। इससे इस बार धान की अच्छी पैदावार होने की संभावना बढ़ गई है।
डबरा में अभी तक बारिश ३९६.४ एमएम हो चुकी है। इससे भी जल स्तर बढ़ गया है। कृषि विभाग के मुताबिक धान की रोपाई १९ हजार हैक्टेयर में हो चुकी है। डबरा में १९ हजार हैक्टेयर रकवा का लक्ष्य दिया गया था। जिसे पूरा कर लिया है। अभी भी रोपाई कार्य जारी है। हरसी बांध में पानी आने से बांध का जल स्तर बढ़ गया है। बांध में पानी आने से धान को जीवनदान मिलेगा। इससे इस बार धान की अच्छी पैदावार होने की संभावना बढ़ गई है।